पुलिस ने बताया कि युवक मूक-बधिर होने के कारण पूछताछ करने में काफी परेशानी आ रही थी। दो घंटे तक युवक से हर तरह से कोशिश करते रहे। साइन लैंग्वेज भी न युवक को आती थी और न ही पुलिस को। पेपर पर लिखकर बात करने की कोशिश की तो उसने बिहार की भाषा में लिख दिया, जो पुलिस की समझ से परे थी।
राजस्थान पत्रिका ने राजस्थान पुलिस बधिर सहायता केंद्र से काउंसलर कमलेश और तरुण को जवाहर सर्किल थाने भिजवाया। दोनों ने युवक की काउंसङ्क्षलग की। तब पता चला कि युवक बिहार निवासी हाल मालवीय नगर श्रीधर (22) है। वह अपनी बहन संध्या के साथ 13 सेक्टर में रहता है। वह नशे का आदी है और बहन से घर पर झगड़ा करके रेलवे लाइन पर मरने चला गया। कुछ समय बाद बहन संध्या थाने आई। बहन ने बताया कि भाई आए दिन झगड़ा करता है और रेलवे लाइन पर चला जाता है। युवक ने बाद में माफी मांगी।