15 फरवरी को गोपालगढ़ थाने में घाटमीका गांव के इस्माइल ने चचेरे भाई जुनेद पुत्र हारून (35) व नासिर पुत्र गनी (28 ) का अपहरण कर ले जाने का मामला दर्ज कराया था। गुरुवार दोपहर पुलिस के अलावा परिजन के पास भिवानी पुलिस का फोन पहुंचा कि बोलेरो गाड़ी में दो शव बरामद हुए हैं, जो पूरी तरह जलकर कंकाल बन चुके हैं। इस पर दोपहर पुलिस टीम के साथ परिजन रोहतक रवाना हुए। जहां अस्पताल में दोनों के शव रखे मिले। जिस गाड़ी में कंकाल बरामद हुए, वह गाड़ी जल चुकी है। घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम किया गया।
15 फरवरी सुबह 5 बजे: जुनेद व नासिर बोलेरो गाड़ी से घाटमीका गांव स्थित घर से निकले।
सुबह 6 बजे: दोनों गांव पीरूका थाना गोपालगढ़ में जंगल में से जा रहे थे। इन्हें 8-10 लोगों ने रोककर बुरी तरह पीटा। गंभीर अवस्था में दोनों को बोलेरो गाड़ी में ही डालकर ले गए।
सुबह 9 बजे: चाय की दुकान पर इस्माइल को पता चला कि दोनों को कई लोग उठाकर ले गए। भाइयों के मोबाइल पर कॉल किया तो फोन बंद मिले।
सुबह 10 बजे: इस्माइल ने परिजन को सूचना दी। परिजन गांव पीरूका के जंगल में पहुंचे तो कुछ लोगों ने बताया कि मारपीट करने वाले बजरंग दल के लोग हैं। इसमें मुलथान, श्रीकांत निवासी मरोड़ा, रिंकू सैनी निवासी फिरोजपुर झिरका, लोकेश सिंगला निवासी होडल, मोनू निवासी मानेसर ने घटना को अंजाम दिया है।
घटना का समय…
हरियाणा के भिवानी लोहारू क्षेत्र के गांव बारवास की बणी में बुधवार देर रात करीब 12 बजे से अल सुबह चार बजे के बीच की यह घटना बताई गई है। सुबह सूचना मिलने पर पुलिस ने घंटों तक जांच की। सुबह करीब 10 बजे बाद पता चला कि गाड़ी पहाड़ी इलाके की है।
विवादों में रहा मोनू
रिपोर्ट में जिस मोनू का जिक्र किया गया है, वह लंबे समय से विवादों में रहा है। वह खुद को सच्चा गो भक्त होने का दावा करता है। साथ ही पूर्व में एक बार हत्या का आरोप भी लग चुका है।
आए दिन गोतस्कर, गोरक्षकों के बीच जंग
पुलिस अधिकारी इस घटना को गोरक्षक व गोतस्करों के बीच विवाद से जोड़कर जांच कर रहे हैं। इससे पहले भरतपुर जिले के ही एक गोतस्कर की कुछ साल पहले अलवर जिले में हत्या कर दी गई थी। उस समय मॉब लिंचिंग का यह मामला देशभर में छाया रहा था।
अपहरण की घटना की तुरंत रिपोर्ट दर्ज कर दी गई थी। बोलेरो गाड़ी में दोनों के जले शव मिले हैं। गाड़ी वही है, जिसमें डालकर उनका अपहरण किया गया है। एफएसएल की रिपोर्ट आना बाकी है।
गौरव श्रीवास्तव, आईजी, रेंज भरतपुर