हमारी सरकार ने शुरू किया कैशलैस व पेपरलेस इलाज
अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया अकांउट X पर लिखा कि पहले सरकारी कार्मिकों एवं पेंशनरों को इलाज करवाने के लिए तमाम कागजी कार्रवाई करनी पड़ती थी। स्वास्थ्य की परेशानियों से जूझते हुए यह कागजी कार्रवाई इलाज की प्रक्रिया को जटिल और कष्टप्रद बना देती थी। हमारी सरकार ने
RGHS लागू की, जिससे कैशलैस एवं पेपरलेस तरीके से जल्द से जल्द इलाज मिल सके। पर भाजपा सरकार ने हमारी सरकार की योजनाओं में बाधा उत्पन्न करने की सोच से काम शुरू किया, जिससे आमजन को तकलीफ हो रही है।
मरीज एवं उनके परिजन दुखी
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि RGHS और चिरंजीवी जैसी शानदार योजनाओं में बाधा उत्पन्न कर भाजपा सरकार अपनी जनविरोधी सोच उजागर कर रही है एवं बीमारियों से पहले ही परेशान मरीजों एवं उनके परिजनों को दुख दे रही है।
RGHS में हो रहे लगातार बदलाव
राजस्थान सरकार ने केन्द्र सरकार की चिकित्सा योजना (सीजीएचएस) की तर्ज पर राज्य में बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के उद्देश्य से राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) को प्रथम चरण में 1 जुलाई 2021 से लागू करने की मंजूरी दे दी थी। गहलोत सरकार के जाने के बाद भजनलाल सरकार RGHS योजना को अधिक प्रभावी बनाने का कार्य कर रही है। लगातार इस कुछ नया जोड़ रही है। जैसे की अभी ताजा बदलाव है कि अब मरीज के पंजीयन के समय लाइव फोटो ली जाएगी।
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का बदला नाम
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, गहलोत सरकार की एक योजना थी। जिसके तहत प्रदेश के हर परिवार को 25 लाख रुपए तक की कैशलेस इलाज सुविधा मिलती थी। इस योजना को 1 मई, 2021 से शुरू किया गया था। पर अब भजनलाल सरकार ने इस योजना का नाम बदल कर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना कर दिया गया है।