जब अपने लिखे को पढ़ा और समझा तो हैरान रह गईं
रिया राघानी ने बताया कि आध्यात्मिक शांति के लिए लिखना शुरू किया था। इस उपलब्धि के बाद रिया राघानी का चेहरा दमक रहा था, उन्होंने बताया जिस समय वह लिख रही थी उन्हें खुद नहीं पता था कि वह क्या लिख रही है। लिखने के बाद जब उसे पढ़ा और समझा तो हैरान रह गईं। मैंने सोचा नहीं था कि वह इतना लिख सकती हैं। राघानी ने बताया कि वृंदावन में जब मैं लिख रही थी तब लंदन हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम मौजूद थी। 21 घंटे की रिकॉर्डिंग भी रिकॉर्ड की।
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इसे मेरी आस्था मानों चाहे मेरा विश्वास
रिया राघानी का कहना है कि कृष्ण भगवान हमें हमेशा कुछ अलग ही फील कराते थे जिसके चलते आज मैंने यह मुकाम पाया है। चाहे मैं कहीं भी चली जाऊं जैसे मंदिर हो, चाहे किसी का घर हो या फिर वह रोड हो, भगवान मेरे हमेशा साथ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे मेरी आस्था मानों चाहे मेरा विश्वास या उनकी कृपा, इसे कोई भी कुछ भी मान सकता है।
हार्वर्ड ने सिर्फ 21 घंटे काउंट किए
रिया ने बताया कि 21 जुलाई को शाम 6.21 पर लेखन शुरू किया था। अगले दिन शाम को समाप्त हुआ। करीब 24.30 घंटे का समय लगा, लेकिन हार्वर्ड ने 21 घंटे काउंट किए। ऐसा इसलिए क्योंकि हर घंटे उन्हें इंस्टाग्राम पर लाइव आकर यह दिखाना था कि लेखन जारी है।
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