इससे लोगों को न केवल खाने की चीजें खराब मिल रही है, बल्कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ भी हो रहा है। इससे कई मानव जनित बीमारियां जन्म ले रही है। राजस्थान पत्रिका ने खाद्य पदार्थों पर चलाए अभियान के बाद जब एक बार फिर दूध की शुद्धता को परखा तो कड़वा सच निकलकर सामने आया।
हर घर में पहुंच रहे दूध जैसे पेय पदार्थ में भी मिलावट का काला खेल चल रहा है। राजधानी जयपुर में दूध को बेचने और अच्छा मुनापा कमाने के लालच में मिलावट कर लोगों को बेचा जा रहा है। मानकों के अनुरूप दूध की गुणवत्ता ठीक नहीं है। इस दूध में पानी की मात्रा ज्यादा और दूध कम रह जाता है।