इस मामले में एसीबी मुनेश के पति सुशील गुर्जर को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है, जो जमानत पर है। चालान एसीबी के उप अधीक्षक बहादुर सिंह पेश करेंगे। उन्होंने पाबंदी के लिए शुक्रवार को नोटिस जारी किया। नोटिस में लिखा है कि प्रकरण 213 वर्ष 2023 में मुनेश गुर्जर के खिलाफ आरोप प्रमाणित हैं। प्रमुख शासन सचिव स्वायत्त शासन विभाग ने छह सितंबर को उनके खिलाफ अभियोजन स्वीकृति भी जारी कर दी है।
इस मामले में हाईकोर्ट ने नौ सितंबर को आदेश दिया था कि दो सप्ताह में चालान पेश किया जाए। ऐसे में चालान की तारीख 19 सितंबर को मुनेश को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। एसीबी ने यह नोटिस महापौर कार्यालय में दिया, जिसे महेश सारवान, कनिष्ठ सहायक ने रिसीव किया।
एसीबी ने अगस्त 2023 में हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारकर उसके पति सुशील गुर्जर को दो लाख रुपए की रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। आरोप था कि पट्टे जारी करवाने की एवज में दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी। एसीबी ने दलाल नारायण सिंह व अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था। सुशील गुर्जर के घर से तलाशी में एसीबी को परिवादी के पट्टे की फाइल के अलावा 41 लाख रुपए मिले थे जबकि दलाल नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपए मिले थे।
मेयर पर ये है आरोप
एसीबी की पड़ताल में सामने आया कि इस भ्रष्टाचार में
जयपुर हेरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश भी शामिल थीं। एसीबी ने नवम्बर 2023 में मुनेश के बयान लिए थे। तत्कालीन जांच अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र नैन की रिपोर्ट के आधार पर एसीबी मुख्यालय ने पति के साथ पत्नी महापौर मुनेश गुर्जर के खिलाफ चालान पेश करने का निर्णय लिया था।