एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि उन्होंने बताया की परिवादी ने शिकायत दर्ज करवाई कि दूदू में उसकी फर्म के नाम से 204 बीघा जमीन में से कुछ खसरे तालाब/पाल क्षेत्र में हैं। इन खसरे के कन्वर्जन करवाए जाने की बात को लेकर एक शिकायत जिला कलेक्टर के पास उक्त शिकायत में कारवाई नहीं करने की एवज में परिवादी से दूदू कलक्टर और हल्का पटवारी 25 लाख रुपए की रिश्वत मांग कर परेशान कर रहे हैं। बाद में दोनों ने सौदा 21 लाख रुपए में तय किया।
डाक बंगले पर मंगवाए 7.50 लाख रुपए
डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि एसीबी के सत्यापन में सामने आया कि 21 लाख रुपए भी अधिक राशि होने पर परिवादी ने जिला कलक्टर व हल्का पटवारी से बात की, तब उन्होंने 15 लाख रुपए में सौदा तय किया और जिला कलक्टर ने अपने डाक बंगले पर 7.50 लाख रुपए मंगवाए। हालांकि एसीबी की भनक लगने पर रिश्वत की राशि नहीं ली। लेकिन एसीबी के सत्यापन में स्पष्ट रूप से कलक्टर व पटवारी रिश्वत मांग रहे हैं। इसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।