टैरोकार्ड में आज का कार्ड ‘फाइव आॅफ पेंटाकल्स’ के साथ ‘हाई प्रीस् टेस्स’ है। आज के दिन में बौद्धिक कार्यों के लिए सामंजस्य से बिठाने के लिए अपने लोगों को संरक्षण देते हुए आनंद और जिम्मेदारियां के बीच सही संतुलन बनाने का रहेगा। आज वे सभी कार्य करने हो सकते हैं, जो आगे के लिए जिम्मेदारियां को पूरा करने से संबंधित हो वही कुछ लोगों के मन में निराशा और थोड़ा तनाव पूर्ण स्थिति देखने को भी मिल सकती है। सावधानी और संयम के साथ नई योजनाएं बनाने पर आज के दिन का बेहतर उपयोग कर पाएंगे।
मूनसाइन के अनुसार आज का दिन भावनात्मक तौर पर बहुत तेज गतिविधि वाला रहेगा। साथी के साथ एक इंटेंस मुलाकात या बातचीत मां को प्रसन्न कर सकती है। अगर अपेक्षाओं का दबाव अधिक है तो यह स्थिति तनावपूर्ण भी हो सकती है। आज का इमोशनल फुलफिलमेंट का रहने की पूरी संभावना है।
प्रश्न: गृह प्रवेश का महूर्त कैसे शुभ होता है। — निशांक विहार
उत्तर: मकान का मुहूर्त जब हम करते हैं तो अक्सर देखा जाता है की भूमि के स्वामित्व के नाम से ही हम अक्सर मुहूर्त निकालते हैं। जबकि होना यह चाहिए कि न केवल भूमि के स्वामी के नाम से मुहूर्त निकले बल्कि उसमें रहने वाले सभी लोगों के लिए वह दिन शुभ होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हो पा रहा हो जिसमें भूमि और उसे मकान में रहने वाले सभी लोगों के नाम से एक साथ सही मुहूर्त निकल रहा हो तो ऐसा भी किया जा सकता है कि अलग-अलग दिन उनका उसे भवन में प्रवेश हो। प्रवेश के समय छोटी सी गणेश जी और लक्ष्मी जी की पूजन सरस्वती का पूजन सभी देव देवताओं को स्मरण करके प्रणाम करके उसमें वह प्रवेश करें जब उनके लिए वह दिन मुहूर्त के हिसाब से सही बैठ रहा हो।
वृषभ: कार्य स्थिति में सुधार की संभावना है। खान-पान का ध्यान रखें। अधिकारी सहयोग करेंगे।
मिथुन: सुख-समृद्धि बढऩे से अनेक रुके काम पूरे होंगे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संबंध घनिष्ठ होंगे। भाइयों से विवाद होगा।
कर्क: सहयोग व अच्छे संबंधों के कारण लाभ होगा तथा उन्नति करेंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्छा एवं उन्नत रहेगा।
सिंह: जल्दबाजी न करें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे। आजीविका के लिए किए प्रयास सफल नहीं होंगे।
कन्या: बुरी आदतों को हावी न होने दें। सुख में कमी आएगी। शत्रुओं द्वारा बाधाएं उत्पन्न की जा सकती हैं।
तुला: आपके कार्यों की समाज में तारीफ होने से आपका रुतबा बढ़ेगा। व्यापार में इच्छानुकूल सफलता के योग हैं।
वृश्चिक: सभी काम सिद्ध होंगे। व्यक्तिगत अथवा व्यापारिक कार्य से सुखद यात्रा हो सकेगी। आर्थिक लाभ के अवसर आएंगे।
धनु: क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें। भाइयों से विवाद हो सकता है। रोजगार के क्षेत्र में उन्नति के योग हैं।
मकर: आत्मविश्वास से कार्य करने पर वांछित प्रगति के योग हैं। व्यापार में नई योजनाओं के प्रति संभावनाएं बन सकेंगी।
कुम्भ: आपके गुणों एवं योग्यताओं के कारण बिगड़े कामों में भी गति आ सकती है। नौकरी में प्रलोभन में नहीं रहे।
मीन: वाणी पर संयम रखें। विलासिता की वस्तु क्रय करने का योग बनेगा। मोज मस्ती में समय बीतेगा।
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत : 1445
मु.मास:जमादि-उल-अव्वल- 17
अयन: दक्षिणायण
ऋ तु: हेमन्त
मास: मार्गशीर्ष
पक्ष: कृष्ण श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज प्रात: 08-21 बजे से प्रात: 09-39 बजे तक शुभ तथा दोपहर 12-16 बजे से सायं 4-11 बजे तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 11-55 बजे से दोपहर 12-37 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
शुभ तिथि: पंचमी पूर्णा संज्ञक तिथि सायं 05-15 बजे तक, तदुपरान्त षष्ठी नन्दा संज्ञक तिथि है। पंचमी तिथि में सभी स्थिर व चंचल कार्य, विवाहादि मांगलिक कार्य, जनेऊ, प्रतिष्ठा, वास्तु, गृहारम्भ, प्रवेश यात्रा और अन्य मांगलिक कार्य शुभ होते हैं, पर पंचमी तिथि में ऋण नहीं देना चाहिए।
नक्षत्र: पुष्य ‘‘क्षिप्र व ऊध्र्वमुख’’ संज्ञक नक्षत्र सायं 06-54 बजे तक, तदुपरान्त अश्लेषा ‘‘तीक्ष्ण व अधोमुख’’ संज्ञक नक्षत्र है। अश्लेषा गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र भी है। पुष्य नक्षत्र में विवाह को छोडक़र समस्त शुभ कार्य, उत्सवादि कार्य, वास्तु, प्रतिष्ठा और विपणि-व्यापारारम्भ आदि विषयक सभी कार्य शुभ व सिद्ध होते हैं।
योग: ब्रह्म नामक नैसर्गिक शुभ योग रात्रि 08-18 बजे तक, तदुपरान्त ऐन्द्र नामक नैसर्गिक अशुभ योग है।
विशिष्ट योग: आज रवियोग नामक दोष समूह नाशक शक्तिशाली शुभ योग सायं 06-54 बजे से है, जिसमें सभी कार्य शुभ होते हैं।
करण : तैतिल नामकरण सायं 05-15 तक, तदन्तर गर-वणिजादिक करण है।
व्रतोत्सव: आज सुविधानाथ जयन्ती, दीक्षा दिवस (जैन) गण्डमूल प्रारम्भ सायं 06-54 बजे से।
चंद्रमा: चंद्रमा कर्क राशि में सम्पूर्ण दिवारात्रि है।
राहुकाल (मध्यममान से): प्रात: 9-00 बजे से प्रात: 10-30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासम्भव वर्जित रखना हितकर है। आज जन्म लेने वाले बच्चे: आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (हो, डा, डी, डू) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि कर्क है। कर्क राशि के स्वामी चन्द्रमा हैं। इनका जन्म रजतपाद से है, जो शुभ माना गया है। सामान्यत: ये जातक बुद्धिमान, होशियार, आस्थावान, परोपकारी, सुन्दर, मेधावी व प्रशासनिक कार्यों में दक्ष होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 32 वर्ष की आयु के बाद ही होता है। कर्क राशि वाले जातकों के कार्य व्यवसाय में अनेक उतार-चढ़ाव होंगे। नौकरी पेशा वाले लोगों को मनचाहा लाभ, कार्यस्थान प्राप्त होगा। नौकरी में पद वृद्धि भी सम्भव है। यात्रा लाभदायक रहेगी।