“दशहरा का जादू: रावण का दहन और बूंदों की बौछार”… जानें किन जिलों में मंडराते बादलों के बीच मनेगा विजयादशमी पर्व… तीये की बैठक व पगड़ी दस्तूर रावण दहन के बाद एक अनोखी परंपरा चली आ रही है। मेला समिति के अध्यक्ष राजेंद्र पटेल ने बताया कि अनोखी परंपरा के तहत रावण दहन के बाद तीये की बैठक समेत अन्य आयोजन किए जाते हैं। दहन के बाद 14 अक्टूबर को रावण की तीये की बैठक होगी। समिति के सदस्य रामस्वरूप यादव और किशन बरलानी ने बताया कि 15 सदस्यों की एक टीम हरिद्वार और बद्रीनाथ धाम जाएगी। जहां रावण दहन की राख को गंगा में प्रवाहित किया जाएगा। साथ ही 23 को पगड़ी का दस्तूर होगा जिसमें स्थानीय लोग मौजूद रहेंगें।