उल्लेखनीय है कि यह इस सीजन में दूसरी बार है जब इस जलप्रपात को बंद किया गया है। जैव विविधताओं और प्राकृतिक सौदर्य से भरपूर कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में भारी बारिश से मुनगा बहार नाले में बने तीरथगढ़ जलप्रपात अपने शबाब पर है।
Tirathgarh Waterfall Closed: जलप्रपात के आसपास जाने की मनाही
डायरेक्टर कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान चूणामणी सिंह का कहना है कि तेज बरसात में पानी बढ़ने के दौरान पर्यटकों के सुरक्षा कारणों के चलते जलप्रपात के आसपास जाने की मनाही है।
(Tirathgarh Waterfall Closed) चूंकि बारिश ज्यादा हो रही है ऐसे में अगले एक दो दिनों में बारिश रूकने पर इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जायेगा।
पर्यटकों की सुरक्षा सार्वोपरि
तीरथगढ़ जलप्रपात में तेज बारिश से लैण्ड स्लाइड और तेज प्रवाह से पर्यटकों की जान माल की सुरक्षा के मद्देनजर बंद किया गया है। बारिश के दौरान नीचे कई धाराओं में बहने वाला यह जलप्रपात कई बार लोगों के जान का खतरा बन जाता है। (Tirathgarh Waterfall Closed) कई बार लोगों के फंसने की घटनाएं हुई है। ऐसे में सुरक्षा के लिए अभी यहां पर सैलानियों को नीचे जाने की मनाही है।
तीरथगढ़ में बढ़ा पानी का स्तर
बताया जा रहा है कि बस्तर में लगातार 3 दिनों से हो रहे बारिश के चलते नदी नाले उफान में हो गए है, वही रायपुर से लेकर कलकत्ता व अन्य जगहों से भरी संख्या में पर्यटक इस खूबसूरत नजारा को देखने के लिए आये हुए है।
(Tirathgarh Waterfall Closed) लेकिन बारिश के चलते मुनगा बहार नाला उफान पर होने के कारण तीरथगढ़ में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है, जिसके चलते तीरथगढ़ को बंद कर दिया गया है।
पानी को देखते हुए दूसरी बार बंद किया गया तीरथगढ़
Tirathgarh Waterfall Closed: साथ ही सुरक्षा बढ़ा दिया गया है, ऐसे में कोई भी पर्यटकों को नीचे जाने नही दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बढ़ते बारिश के पानी को देखते हुए दूसरी बार तीरथगढ़ को बंद किया गया है, जिससे कि आमजन नीचे ना जा सके, देखा जाए तो पिछले बार पर्यटकों के द्वारा अपनी जान को दांव में लगाते हुए वाटरफॉल के काफी करीब चले गए थे, जिससे कि बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी।