परीक्षा की नोडल और एमएमबी स्कूल की प्राचार्य वंदना मदनकर ने बताया कि इस साल बस्तर जिले के 1486 छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। जिसमें 1436 ने परीक्षा दी। तीनों सेंटर में कुल 50 छात्र अनुपस्थित रहे। परीक्षा के लिए सुबह 11 बजे से केंद्रों के बाहर छात्रों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी।
दोपहर 12 बजे से सेंटर्स में वेरिफिकेशन शुरू हुआ। तगड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच छात्रों की गहन जांच की गई। सेंटर में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद छात्रों को एग्जाम हॉल में एंट्री दी गई। दोपहर 2 बजे परीक्षा शुरू हुई जो कि शाम 5 बजकर 20 मिनट तक जारी रही।
इस दौरान छात्रों को कुल 180 प्रश्न हल करने थे। परीक्षा में छात्रों को फिजिक्स और कैमेस्ट्री के सवालों ने उलछाया। वहीं बायोलॉजी के प्रश्नों से राहत मिली। परीक्षा देकर निकले छात्रों ने बताया कि प्रश्न हल करते वक्त जिस प्रश्न को लेकर उन्हें संदेह था उसे छोड़ दिया क्योंकि समय भी कम था और माइनस मार्किंग का डर भी था।
पीजी कॉलेज के बाहर व्यवस्था को लेकर पैरेंट्स ने किया हंगामा
अपने बच्चों को परीक्षा दिलवाने के लिए पहुंचे पैरेंट्स ने पीजी कॉलेज के बाहर व्यवस्था को लेकर हंगामा किया। पैरेंट्स का कहना था कि भीषण गर्मी में पहले वेरिफिकेशन के लिए तीन घंटे पहले बुला लिया। इसके बाद केंद्र के बाहर पैरेंट्स के लिए गर्मी से बचने कोई व्यवस्था नहीं की गई। जब तक परीक्षा चली पैरेंट्स गर्मी से बेहाल होते रहे। पैरेंट्स का कहना था कि एनटीए जब एग्जाम के लिए इतनी फीस लेता है तो उसे सेंटर के बाहर खड़े रहने वाले पैरेंट्स का भी याल रखना चाहिए।
केंद्र प्रभारियों ने स्टेट बैंक से लिए जीपीएस लगे प्रश्न पत्र के बॉक्स
शहर के तीनों केंद्रों के प्रभारी परीक्षा शुरू होने से पहले स्टेट बैंक मुय शाखा पहुंचे। यहां उन्हें सुरक्षा व्यवस्था के बीच जीपीएस लगे प्रश्न पत्र के बॉक्स सौंपे गए। बॉक्स को केंद्र लाने के बाद केंद्र प्रभारियों ने अपने हिसाब से नहीं खोला। जीपीएस सिस्टम में एक अलार्म लगा हुआ था जो कि परीक्षा के लिए तय समय पर बजा और उसके बाद बॉक्स को खोलकर प्रश्न पत्र बांटे गए। एनटीए ने इस बार परीक्षा को लेकर कई तरह के एहितियात बरते जिसमें जीपीएस सिस्टम से लैस प्रश्न पत्र की पेटी भी थी। जगदलपुर . एमबीए में दाखिले के लिए रविवार को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट का आयोजन शहर के तीन सेंटर्स में हुआ। एमएलबी स्कूल, बस्तर हाई स्कूल और पीजी कॉलेज में परीक्षा आयोजित हुई।
परीक्षा की नोडल और एमएमबी स्कूल की प्राचार्य वंदना मदनकर ने बताया कि इस साल बस्तर जिले के 1486 छात्रों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था। जिसमें 1436 ने परीक्षा दी। तीनों सेंटर में कुल 50 छात्र अनुपस्थित रहे। परीक्षा के लिए सुबह 11 बजे से केंद्रों के बाहर छात्रों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी।
दोपहर 12 बजे से सेंटर्स में वेरिफिकेशन शुरू हुआ। तगड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच छात्रों की गहन जांच की गई। सेंटर में बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद छात्रों को एग्जाम हॉल में एंट्री दी गई। दोपहर 2 बजे परीक्षा शुरू हुई जो कि शाम 5 बजकर 20 मिनट तक जारी रही।
इस दौरान छात्रों को कुल 180 प्रश्न हल करने थे। परीक्षा में छात्रों को फिजिक्स और कैमेस्ट्री के सवालों ने उलछाया। वहीं बायोलॉजी के प्रश्नों से राहत मिली। परीक्षा देकर निकले छात्रों ने बताया कि प्रश्न हल करते वक्त जिस प्रश्न को लेकर उन्हें संदेह था उसे छोड़ दिया क्योंकि समय भी कम था और माइनस मार्किंग का डर भी था।