CG News: ठेकेदारों को पांच बार नोटिस
दीवारों में अभी से कम पानी डाले जाने की वजह से सीमेंट अभी से उखड़ रही है। इसके अलावा यहां पर जगह-जगह बिजली के कटे हुए तार बिखरे हुए हैं जिस वजह से यहां पर कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। मजदूर तारों की चपेट में आ सकते हैं। मामले में जब
हाऊसिंग बोर्ड के अफसरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले में ठेकेदार को पांच बार नोटिस दिया गया। उससे कहा गया कि काम के तरीकों को सुधारें। हालांकि ठेकेदार ने अब तक काम करने का तरीका नहीं बदला है। वह अब भी नाली के पानी से निर्माण कर रहा है।
ठेकेदार के साथ इंजीनियर को भी दिया गया नोटिस
बोर्ड के ईई ने बताया कि मामले में प्रोजेक्ट को देख रहे सब इंजीनियर और अस्सिटेंट इंजीनियर को भी नोटिस दिया गया है। साथ ही ठेकेदार को भी चेतावनी दी गई है। ठेकेदार से कहा गया है कि लापरवाही नहीं थमी तो काम वापस ले लिया जाएगा। ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट भी कर दिया जाएगा। नाली के पानी से क्यूरिंग के नुकसान
जानकारों का कहना है कि नाली के पानी से क्यूरिंग करने से सीमेंट को मजबूती नहीं मिलेगी। क्यूरिंग के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है और वह नाली से नहीं मिल सकता। ठेकेदार जिस तरह से काम कर रहा है उससे भविष्य में काम पूरा होने के बाद सीमेंट उखडऩे लगेगी। लाखों रुपए देकर लोग यहां मकान ले रहे हैं लेकिन उनके साथ अब इस तरह का मजाक हो रहा है।
पहले ही दो साल की देरी से चल रहा काम
प्रोजेक्ट का काम पहले ही दो साल की देरी से चल रहा है। पहले तो प्रोजेक्ट के लिए 36 क्वार्टर के लोगों को बेघर कर दिया गया फिर दो साल तक काम ही शुरू नहीं किया गया। इसके बाद जब काम शुरू हुआ तो नगर निगम और बोर्ड मौके से गुजरती पाइप लाइन के लिए आमने-सामने हो गए। इस प्रोजेक्ट में लोगों का पैसा लंबे वक्त से फंसा हुआ है। सुधर जाओ वर्ना काम बंद करवा देंगे
CG News: हाऊसिंग बोर्ड के अफसरों ने ठेकेदार को चेताया है कि अगर इसी तरह से लापरवाही जारी रही तो काम बंद करवा दिया जाएगा। बोर्ड के ईई मिथलेश कुमार सोम ने खुद बुधवार को निर्माण स्थल पर पहुंच
ठेकेदार को फटकार लगाते हुए काम को सही तरीके से करने कहा। उन्होंने कहा कि सुधर जाओ वरना बोर्ड को फिर कुछ और सोचना पड़ेगा।
प्रोजेक्ट के ठेकेदार ने बताया कि अब तक चार बोर फेल हो चुके हैं। ऐसे में पड़ोस में बहने वाली नाली के पानी से क्यूरिंग और मिक्सिंग का काम किया जा रहा है। ठेकेदार ने बताया कि आसपास के सरकारी नलों से भी पानी लिया जा रहा है। ठेकेदार से जब पूछा गया कि बिजली के तार को सुरक्षित तरीके से क्यों नहीं लगाया गया है तो उसने कहा कि वह इसे सुधरवा लेंगे।