गौरतलब है कि 1 नवंबर से धान खरीदी शुरु हो चुकी है, अब तक बायोमेट्रिक मशीन नहीं होने की वजह से किसानों से धान मैन्यूअल तरीके से खरीदा जा रहा था। पर कुछ दिन पूर्व नारायणपुर, कांकेर और कोण्डागांव में बायोमेट्रिक मशीन पहुंची है, इसके बाद अब जगदलपुर में भी बायोमेट्रिक मशीन उपलब्ध होने वाला है।
मार्कफेड डीएमओ राजेन्द्र कुमार ध्रुव ने बताया कि प्रदेश के हर जिले में मशीन को भेजन के लिए एक समय तय किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि यह मशीनें बस्तर जिले में गुरुवार या शुक्रवार तक पहुंच जाएगी। मशीन पहुंचने के दूसरे दिन से धान की खरीदी शुरु बायोमट्रिक मशीन से शुरु हो जाएगी। इसके लिए पूर्व में ही समितियों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, बायामेट्रिक मशीन से धान खरीदी में पारदर्शिता आएगी।
उन्होंने बताया कि धान खरीदी के दौरान बायोमेट्रिक मशीन में किसानों को अंगूठा लगाना होगा। यदि किसी किसान अंगूठा नहीं लगता है, तो उसके आंखों की स्कैङ्क्षनग की जाएगी। इसके अलावा किसान किसी विश्वासपात्र व्यक्ति के माध्यम से भी धान पाएंगे।