इसे लेकन नवजात शिशु के माता-पिता व परिजन से स्टॉफ ने पूछताछ की। तब पता चला कि नवजात के जन्म लेते ही जिला अस्पताल में कार्यरत स्टाफ नर्स पदमा नेताम एवं उनके साथियों ने उसे किसी अन्य को देने के लिए परिजन को राजी कर लिया था। इन जानकारी के साथ जिला बाल संरक्षण अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के जितेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
नवजात शिशु के संबंध में अपराध पंजीबद्ध करने पश्चात पुलिस ने माता- पिता सहित हेमवती कश्यप, पदमा नेताम, रैतुराम नाग व पदमनी नाग को गिरफ्तार किया। साथ ही नवजात शिशु को बरामद कर बाल कल्याण समिति को संरक्षण में रख रखाव हेतु सुपुर्द किया गया है। आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
आरोपियों की गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका आरोपियों को गिरफ्तार करने में उप निरीक्षक जगतपाल सिंह, सहायक उप निरीक्षक- सागर निषाद, प्रधान आरक्षक भूनेश नेताम, प्र.आर.चेतन सिंह धुर्वे, आरक्षक महावीर यादव, चक्रधर पैकरा, महिला आरक्षक संतोषी नेताम, मनीषा, रानी पण्डा, पुनम यादव, सोयम पारो व थाना स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जिलाबदर बदमाश जुआ खेलते पकड़ा 10 अगस्त को एक वर्ष के लिए कलेक्टर द्वारा जिला बदर किए आरोपी को बस्तर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी के अनुसार शहर के संतोषी वार्ड में निवासरत बदमाश संतोष उर्फ टिरली को कलेक्टर के द्वारा 10 अगस्त को जिला बदर आदेश जारी किया गया था। संतोष टिरली के द्वारा उक्त आदेश का अवहेलना करते हुए एक वर्ष पूरा होने के पहले ही संतोषी वार्ड में अपने साथियों के साथ मिलकर जुआ खेलने की सूचना पर पुलिस ने मौके से आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।