अभियोजन पक्ष के अनुसार 23 मई 2022 की सुबह जमली अपने घर के आंगन में घूम रही थी। वहीं उसकी बेटी सरिता व लखे आंगन साफ कर रहीं थी। जमली के पूर्व पति की बेटी बती जो कुछ दिन पूर्व अपने ससुराल ग्राम कापानार से आई थी, उसने सौतेली बहन सरिता से बती ने पति के नंबर पर कॉल करने के लिए कहा। इस पर जमली आक्रोशित हो गई और बीच में आकर कुछ बात कह दी। जिसके बाद दोनों के बीच विवाद की स्थिति बनी।
इसी बीच बती ने जान से मारने की नियत से जमली के सिर पर आंगन में रखे लकड़ी के ओखली कुटने का खोटला को उठाकर मार दिया। चोट गहरी थी और ज्यादा खून बह जाने की वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बुरगुम थाने में इस मामले में मामला दर्ज हुआ और आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
फूड इंस्पेक्टर और तहसीलदार को हटाया पीडीएस राशन सप्लाई मामले में कालाबाजारी की जांच में जांच कर्ता अधिकारियों ने ही मामले को रफादफा करने मोटी रकम की मांग कर दी। नायब तहसीलदार व खाद्य अधिकारी ने एक मामले में कार्रवाई नहीं करने की एवज में डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहे थे। पीडित ने कलेक्टर से लिखित शिकायत करते हुए ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग भी प्रस्तुत किया की। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल एक्शन लेते हुए तहसीलदार और खाद्य अधिकारी को जिला मुख्यालय अटैच किया।