हड़ताल पर उतरे आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता, 8 मांगों को लेकर PM और CM को सौंपा ज्ञापन, इस बात पर जताई नाराजगी
इलाके के लोगों के साथ गणमान्य लोग भी होंगे शामिल, ताकि बदलती तस्वीर देख सकें: ककनार का इलाका भले ही आज शांत हो लेकिन एक समय था जब यहां नक्सलियों की सरकार चलती थी। सीआरपीएफ ने जब पुषपाल घाट के उपर कैंप डाला तो यहां की फिजा बदलने लगी। नक्सलियों को पीछे खदेडऩे में सफलता हासिल की। आज यहां शांति है। लेकिन फिर भी अधिकारियों का मानना है कि ग्रामीणों में सीआरपीएफ जवानों से कुछ दूरी अभी भी है। क्योंकि विभाग का भी प्रोटोकॉल है इसलिए नियम के बीच रहकर कम्युनिटी पुलिलिंग पर लंबे समय से जोर दिया जा रहा है।