भारी संख्या में हथियार भी बरामद किए हैं। नक्सलियों का सफाया करने में फोर्स को बड़ी कामयाबी मिल रही है। दो दिन पहले बीजापुर के तेलंगाना सीमा में पुजारी कांकेर के पास सुबह फोर्स के साथ मुठभेड़ में 3 और नक्सली मारे गए हैं। इसके बाद सीएम विष्णुदेव साय ने कहा है कि हम नक्सलियों के सामने विकल्प रखना चाहते हैं। अगर वे मुख्यधारा में आते हैं, सरेंडर करते हैं, तो सरकार उनका समुचित ध्यान रखेगी।
सीएम साय ने साफ कर दिया कि छत्तीसगढ़ में अब नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई तेज कर दी गई है। यह समझ लेना चाहिए कि जब से छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आई है, डबल इंजन की सरकार बनी है, तभी से नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई छिड़ गई है। इस लड़ाई में हमारे सैनिकों को माओवादियों का सफाया करने में बड़ी कामयाबी भी मिलने लगी है। गौरतलब है, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी कह चुके हैं कि अगर नक्सली विकास की मुख्यधारा में शामिल करते हुए बातचीत करने के लिए सामने आते हैं, तो सरकार भी तैयार है।