CG News: वैकल्पिक रूप से महारानी अस्पताल से टाइअप
मेडिकल कॉलेज की महारानी अस्पताल से टाइअप होने के बाद व्यवस्था कुछ बदल गई है। बताया जा रहा है कि अब मेकाज में भर्ती मरीज के परिजनों को वहां के अधीक्षक का हस्ताक्षर किया हुआ एक फार्म भरकर मरीज के साथ आना होगा। महारानी अस्पताल पहुंचने के बाद यहां के अधीक्षक को इसे देना होगा। जिसमें उनके भी हस्ताक्षर लगेंगे। इसके बाद मरीज का सिटी स्कैन हो पाएगा। इस बीच मरीज के परिजनों को महारानी तक लाने के लिए एंबुलेंस से लेकर गाड़ी तक का इंतजाम करना होगा। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि ऐसे मरीज जो दुरस्थ अंचल से आ रहे हैं उनकी समस्या का समाधान कैसे होगा। नहीं तो बैंगलुरु से बुलानी पड़ेगी टीम
विशेषज्ञों का कहना है कि अब इस सिटी स्कैन को सुधारने के लिए बाहर से आने वाली टीम पहुंचेगी यदि ज्यादा स्थिति बिगड़ जाएगी तो बैंगलोर से तकनीशियन बुलाना पड़ेगा। इसमें एक से दो हफ्ते तक का समय भी लग सकता है। रायपुर की अीम मशीन की खराबी से सबंधित सारी जानकारी उसे देगा। जब जाकर उसके बाद तकनिशियन पहुंच जाएगा। जिसके बाद इसे बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। बताया जा रहा है कि इसे बनाने में एक से दो दिन का समय लग सकता है। इसके बाद ही इसकी सेवा सामान्य रूप से शुरू हो पाएगी।
CG News: ऐसा नहीं है कि सिटी स्कैन मशीन को बनाने का प्रयास नहीं किया गया है। मेकाज सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यहां करीब 10 अक्टूबर को सिटी स्कैन मशीन के खराब होने की जानकारी सामने आई थी। मेकाज प्रबंधन का कहना है कि उसने इसकी जानकारी सबंधित जिमेदारों को दे दी थी। स्थानीय टेक्रिशियनों ने इसे बनाने की कोशिश भी की लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। इसके कुछ दिन बाद रायपुर से टीम आई जिसमें शॉर्ट सर्किट के साथ चूहों ने भी वायर को कुतरने की जानकारी बताई। इस समस्या को दूर करने के लिए और बाहर से टेक्निनिशियन बुलाने की बात कही। जिसका इंताजर प्रबंधन कर रहा है।
जिम्मेदारों को जानकारी दे दी गई
अनुरूप साहू साहू ने कहा कि जिम्मेदारों को जानकारी दे दी गई है। लगातार इसे सुधारने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है। कंपनी का टेक्निशियन जल्द ही यहां पहुंचेगा और सेवा सामान्य रूप से चालू हो जाएगी। मरीजों को दिक्कत न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी महारानी अस्पताल में कराई गई है।