Heavy Rainfall in Bastar: नगर निगम ने मानसून से पहले ड्रेनज व्यवस्था दुरुस्त कर लेने का दावा किया था। चार घंटे की बारिश ने नगर निगम के दावों की पोल खुल गयी। ड्रेनेज और नालों का पानी ऊपर आ गया। लगातार चार घंटे की बारिश ने निगम के दावों की भी पोल खोल कर रख दी। पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ था।
CG Heavy Rainfall: जिले में 98.8 एमएम बारिश
बस्तरवासियों को बारिश से राहत मिली थी, लेकिन मंगलवार की सुबह एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ गया। शाम तक मौसम विभाग के द्वारा जिले में 98.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। अंबेडकर वार्ड, राजेंद्र नगर वार्ड, अब्दुल कलाम वार्ड, गंगानगर वार्ड, दलपत सागर वार्ड, रमैया वार्ड और सनसिटी कॉलोनी के घरों में बारिश का घुस गया। सड़कों पर पानी आने के कारण आवागमन प्रभावित हो गया। कई स्कूलों में पानी भर गया, जिसके चलते बच्चों को निकलने में परेशानी हुई। इस दौरान लालबाग मार्ग में एक पेड़ धराशायी हो गया, पेड़ सड़क पर गिरा गनीमत रही इस दौरान कोई नहीं गुजर रहा था। पास ही ठेले की दुकान थी, जिनकी जान बाल-बाल बची। ज्ञात हो कि मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी पहले ही दे दी थी। खासकर बस्तर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था। बस्तर के साथ बीजापुर, दंतेवाड़ा में भी बारिश हुई।
CG Weather News: महौपार और निगम आयुक्त पहुंचे ग्राउण्ड पर
जल जमाव की सूचना पर निगम अमला निकासी का प्रयास शुरु किया। माहापौर सफिरा साहु और निगम आयुक्त ने नीचली बस्तियों का दौरा कर जल निकासी के निर्देश दिए। लगातार बारिश के चलते नालों से पानी लोगों की घरों में घुस रहा था, जिसे निकालने लोगों की सांस फूल गए। मानसून की बारिश से प्रभावित लोगों में काफी नाराजगी है। प्रभावित लोगों का कहना है कि ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए वार्ड पार्षदों से गुहार लगाई थी। सुनवाई नहीं होने का नतीजा है कि मूसलाधार बारिश से घरों में बरसात का पानी घुस गया है।
शहीद पार्क की पुलिया भी नहीं दिला पाई राहत
शहीद पार्क के सामने नगर निगम के द्वारा लाखों रुपए खर्च कर पुलिया का निर्माण किया गया था, जिसका कोई लाभ शहरवासियों को नहीं मिल पाया। पहले की तरह बारिश का पानी शहीद पार्क के सामने सड़क के ऊपर से होकर गुजर रहा था। निगम के इंजीनियर्स, अधिकारी और ठेकेदारों के द्वारा जनता के टैक्स की रकम का दुरुपयोग किया गया। ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं होेने के कारण शहरवासियों को बारिश के दौरान तकलीफों का सामना पड़ रहा है।