घोषणा होते ही भूमिपूजन भी पूरा
ऐसा नहीं है कि सौगात के लिए रूप में सिर्फ सरकारी घोषणाएं भी हुई है। बल्कि इनमें से 60 फीसदी से अधिक कार्यों का भूमिपूजन भी हो चुका है। सीएम के हाल ही में घोषणा के बाद एक दिन नगरीय निकाय में महापौर समेत एमआईसी सदस्यों और सत्तापक्ष के पार्षदों ने सुबह से लेकर रात तक भूमिपूजन किया। इसका मकसद सिर्फ यही रहा कि लोगों को ऐन चुनाव से पहले सौगात मिल जाए, ताकि आगामी चुनाव में इसका फायदा मिल सके। हालांकि इसका कितना फायदा मिल पाता है वह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा। लेकिन निवर्तमान निकाय सरकार ने अंत तक वोटरों को लुभाने के लिए भरसक प्रयास किया।CG Election 2025: इस नगर पंचायत के लोग नहीं डालेंगे वोट, सामने आई ये बड़ी वजह
4 जनवरी से नगर सरकार के लिए प्रशासक नियुक्त हो चुका है
गौरतलब है कि निकाय सरकार का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। यही वजह है कि 4 जनवरी से ही यहां प्रशासक ने जिम्मेदारी संभाल ली है। यह बात तात्कालीन महापौर समेत एमआईसी और पार्षदों को भी पता चल गई थी। इसलिए तो इसके कुछ दिन पहले ही शासन से आई सौगात को जन-जन तक पहुंचाने और राजनीति भुनाने के लिए सुबह से लेकर देर रात तक भूमिपूजन का कार्य चलता रहा। हालांकि इसमें कई सडक़ के कार्य ऐसे हैं जो कुछ ही समय में पूरे भी हो गए और कुछ के काम जारी है।इतने विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण
विधानसभा – कुल कार्यों – कुल लागत का लोकापर्ण नारायणपुर – 13 – 24 करोड़ 15 लाखबस्तर – 20 – 45 करोड़ 41 लाख
जगदलपुर – 47 – 80 करोड़ 14 लाख
चित्रकोट – 19 – 38 करोड़ 68 लाख
कुल – 99 – 188 करोड़ 40 लाख
इतने विकास कार्यों का भूमिपूजन
विधानसभा – कुल कार्यों – कुल लागत का भूमिपूजननारायणपुर – 10 – 13 करोड़ 28 लाख
बस्तर – 20 – 17 करोड़ 53 लाख
जगदलपुर – 52 – 68 करोड़ 80 लाख
चित्रकोट – 47 – 68 करोड़
कुल – 129 – 168 करोड़ 04 लाख