मवेशी लाने के नियम को भी सख्त करने को कहा गया है। पशु एवं चिकित्सा विभाग की माने तो अब इससे बचने के लिए ब्लॉक स्तर को टारगेट(Target)करके काम किया जा रहा है। विभागीय कर्मचारी सीमावर्ती इलाकों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
यह भी पढ़ें: बस्तर में लंपी बीमारी की पुष्टि: 17 मवेशियों की रिपोर्ट पॉजिटिव, विभाग में मचा हड़कंप
पशुओं की स्किन पर न लगाएं हाथ
पशु चिकित्सक डॉ. केके देव ने बताया कि लंपी वायरस(Lumpy Virus)से संक्रमित होने वाले पशुओं को दूसरे पशुओं से अलग कर दें और इनकी देखभाल करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। आप अपने हाथों को सैनिटाइज भी कर सकते हैं। कोशिश करें कि आप अपने हाथ को पशुओं की स्किन पर न लगाएं।
पशुओं का वैक्सीनेशन
वेटनरी डॉक्टर(veterinary doctor) की सलाह पर सभी पशुओं का वैक्सीनेशन(Vaccination) करा सकते हैं। इससे यह बीमारी फैलने का खतरा कम हो जाएगा और पशुओं के साथ उनके आसपास रहने वाले लोग भी पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। समय रहते पशुओं की देखभाल की जाए तो इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है।