भगवान् को पिलाते हैं नीम का काढ़ा
मंगलवार को जगन्नाथ मंदिर (God Jagannath Temple) के पुजारी योगेश मंडन, गदाधर पाणिग्रही और भूपेंद्र जोशी ने भगवान को काढ़ा पिलाया। उन्होंने बताया की यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। काढ़े (Decoction) में सोंठ,तुलसी पत्ता और भुई नीम मिलाया जाता है। ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष हेमंत पांडे ने बताया कि भगवान को जिस काढ़े का भोग लगाया जाता है।लोगों को स्वस्थ रखने के लिए बीमार होते है भगवान जगन्नाथ
अनसर काल के दौरान भगवान जगन्नाथ (God Jagannath) का दर्शन निषेध होता है। यह परंपरा (Old Tradition) सालों से विधि विधान से निभाई जा रही है। जगन्नाथ मंदिर में यह रस्म निभाने के लिए मुक्ति मंडप को ढक दिया जाता है। ब्राह्मण समाज के लोगों ने बताया कि लोगों को स्वस्थ रखने के लिए भगवान बीमार होते है। इस अवस्था में उनकी हालत काफी कमजोर होती है। शारीरिक कमजोरी से निजात पाने के लिए ही उन्हें काढ़ा (Decoction) पिलाया जाता है।