Bastar Farmer: बस्तर के किसान बनेंगे हाईटेक
सर्वे में किसानों की फसलों की सभी जानकारियां पोर्टल में दर्ज होंगी। सर्वे के संबंध में पिछले दिनों बस्तर के राजस्व अधिकारियों को रायपुर में दिल्ली से आए एक्सपर्ट ने ट्रेंड किया। किसानों को फसल उत्पादकता के लिए जरूरी इनपुट जैसे फसल ऋण, विशेषज्ञो की सलाह से लेकर बाजार उपलब्ध कराने में पोर्टल से मदद मिलेगी। जिओ रेफ्रेंसिंग तकनीक के माध्यम से इस वर्ष से डिजिटल क्रॉप सर्वे भी किया जाएगा।
डिजिटल सर्वे की जानकारी एग्री स्टैक पोर्टल में ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी। एग्री स्टैक पोर्टल में किसानों का पंजीयन होने के बाद उन्हें एक फार्मर आईडी दी जाएगी। इस पोर्टल में किसानों द्वारा लगाई गई फसल के साथ साथ उन्हें आवश्यक खाद और पानी की मात्रा की भी जानकारी मिलेगी। इस पोर्टल के माध्यम से बस्तर के किसानों को अब न केवल जमीन अपितु जमीन में लगाए फसल और उत्पादन के लिए आवश्यक बाजार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
ऋण और योजना के बारे में जानने भटकेंगे नहीं
कृषि विभाग के अनुसार इस पोर्टल के आ जाने से अब किसान कृषि ऋण और सरकारी योजनाओं की जानकारी लेने के लिए भटकेंगे नहीं। अगर किसान हाईटेक हैं तो वे आसानी से पोर्टल पर जाकर खुद का और अन्य किसानों की फॉर्मर आईडी क्रिएट कर सकते हैं। एक बार आईडी बन जाने के बाद किसान इस पोर्टल का आसानी से उपयोग कर पाएंगे। पोर्टल में उनके लिए हर वह जानकारी उपलब्ध रहेगी जो उन्हें उन्नत बनाएगी।
Bastar Farmer: राज्य और केंद्र की योजना से भी जुड़ पाएंगे
इस पोर्टल के जरिए किसानों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से जुडऩे का भी मौका मिलेगा। पोर्टल का उद्देश्य किसानों और नीति निर्माताओं-केंद्र सरकार और राज्य सरकार को एक डिजिटल मंच पर लाना है। एग्री स्टेक पोर्टल में किसान का पंजीयन हो जाने से उन्हें जरूरत का खाद और बीज मिल सकेगा। इसके साथ ही किसानों को आवश्यकता पर बैंक ऋण लेने की भी सुविधा मिलेगी। यह पोर्टल बस्तर के उन किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जो सब्जी और फूलों की खेती कर रहे हैं। ऐसे किसान अधिक उत्पादन होने पर उचित बाजार की तलाश में परेशान होते हैं। यहां से उन्हें मदद मिल पाएगी। इसके अलावा खेती के उन्नत तरीकों के बारे में भी किसान जान पाएंगे। सब्जी और फूलों की खेती के लिए अधिक लागत की जरूरत होती है जो इस पोर्टल पर उपलब्ध ऋण योजना के माध्यम से किसानों को मिल सकती है।