न डाउनलोडिंग, न हैप्पीनेस
स्वच्छता एप डाउनलोडिंग, समय पर उसमें अपलोड शिकायतों के निराकरण व यूजर हैप्पीनेस से ४८० महत्वपूर्ण अंक मिलना है। इस मामले में निगम का अमला फिसड्डी साबित हो रहा। न लोगों से स्वच्छता एप डाउनलोड कराए जा रहे और न ही शिकायतों के निराकरण में गंभीरता बरती जा रही है। ताजा रैंकिंग में जो ४० वां स्थान जबलपुर बनाए हुए है, वह पिछले साल डाउनलोड हुए स्वच्छता एप में शहरवासियों के अब भी एक्टिव होने के कारण है। यूजर हैप्पीनेस के जबलपुर को केवल ५९.४० अंक ही अब तक मिल पाए हैं, जबकि नंबर वन पर चल रहे मंदसौर को यूजर हैप्पीनेस के १ लाख ३६ हजार ६८७.५० अंक स्वच्छता डेशबोर्ड में शो हो रहे हैं।
अफसरों की लगाई क्लास
स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर निगमायुक्त वेदप्रकाश ने सोमवार को निगम में अफसरों की क्लास लगाई। उन्होंने आठ अधिकारियों की बैठक लेकर स्वच्छ सर्वेक्षण, ओडीएफ को लेकर गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिए। इस दौरान अधिकारियों ने लोगों के जागरूक न होने के कारण इसमें दिक्कतें आने की बात की। उन्होंने स्वच्छता एप की डाउनलोडिंग व समय पर अपलोड शिकायतों के निराकरण के लिए गंभीरता से कार्य करने को कहा।