news facts-वर्ल्ड डायबिटीज डे – एक्सरसाइज और सही खान-पान से डायबिटीज को करें कंट्रोल
डायबिटीज की बीमारी अब कम उम्र के युवाओं को भी चपेट में लेती जा रही है। जबलपुर की बात करें तो तेजी से इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। डायबिटीज के मरीजों में 95 प्रतिशत टाइप टू वाली डायबिटीज होती है।
रिटायर्ड मेडिसिन स्पेशलिस्ट, विक्टोरिया हॉस्पिटल डॉ. तिलकराज धींगरा ने बताया कि डायबिटीज का नियंत्रण निरंतरता में जितना अच्छा बना रहेगा, उतनी ही गंभीर समस्याओं की आशंका कम रहेगी। रोगी अपने चिकित्सक के बताए अंतराल में ग्लूकोमीटर की सहायता से घर पर ही डायबिटीज की जांच की जा सकती है।
डायबिटीज नियंत्रित करना क्यों जरूरी है
डॉ. आशीष डेंगरा ने बताया कि डायबिटीज का नियंत्रण बहुत जरूरी है, क्योंकि रक्त शर्करा के स्तर में अनियंत्रित वृद्धि शरीर को नुकसान पहुंचाती है। कई महत्वपूर्ण अंगों को खराब कर सकती हैं। यदि डायबिटीज अनियंत्रित रही तो इससे लकवा, अंधत्व, दिल का दौरा, गुर्दे की खराबी जैसी समस्याएं होने की आशंका रहती है।
ये चीजें खाएं
गेंहू, चना, बाजरा, अंकुरित दालें, छिलके वाली दालें, मलाई रहित दूध, छाछ, सलाद, प्याज, टमाटर, हरी पत्तेदार सब्जियां, लौकी, तुरइया, परवल, टिंडे जैसी चीजें खानपान में शामिल करें।
डायबिटीज के पेशेंट अपनाएं ऐसी लाइफ स्टाइल
स्टाइल यदि आपका शेडूल व्यस्त है और आप व्यायाम के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं तो इन टिप्स को आजमा सकते हैं।
– रोज सुबह अपने नियमित समय से 30 मिनट जल्दी उठें और तेज चहल कदमी करें।
– लिफ्ट की बजाय सीढिय़ों का इस्तेमाल करें। सीढिय़ां चढऩा हृदय के लिए अच्छा व्यायाम है।
– बगीचे में काम करें।
– लंच ब्रेक या कॉफी ब्रेक के दौरान अपने ऑफिस के अंदर या बाहर चक्कर काटें।
– घर में पेट्स हैं तो उन्हें घुमाने बाहर ले जाएं।
– मार्केट से सब्जियां खरीदने जाना है तो कोशिश करें कि पैदल जाएं।
डायबिटीज के मुख्य लक्षण
– अधिक प्यास लगना
– अत्यधिक पेशाब लगना
– भूख ज्यादा लगना
– कमजोरी आना
– जख्म देर से भरना
– हाथों, पैरों पर खुजली वाले जख्म होना।