जमीन में 25 दिन में हो जाएगी अपघटित
जिस पॉलीथिन का विकल्प तैयार करने में सफलता मिली है यह जांच के दौरान सौ फीसदी खरी उतरी है। यदि इसे जमीन या गड्ढे में छोड़ दिया जाता है तो यह करीब 25 से 30 दिन के अंदर अपने आप पूरी तरह अपघिटत हो जाती है। इस पॉलीथिन को डीआईसी की लैब में विभिन्न आधुनिक मशीनों के माध्यम से तैयार किया गया है। इसका उपयोग कोई भी कंपनी पॉली बैग बनाने में कर सकती है।
पॉलीथिन के विकल्प को तलाशने दो सालों से हम अनुसंधान कर रहे थे। आखिरकार हमने इसका प्राकृतिक प्रोटोटाइप तैयार कर लिया है। इसका प्रयोग भी सफल रहा है। यह पानी, जमीन में घुलनशील भी है।
– प्रो.एसएस संधु, डॉयरेक्टर डीआईसी रादुविवि
काऊ इडेबिल, आलू से किया तैयार
अनुसंधान कर रही डॉ. मृदुल शाक्या ने इस बायोडिग्रेडेबल पॉलीथिन प्रोटोटाइप को स्टार्च से तैयार किया गया है। इस स्टार्च को विभिन्न मीडिया और एजेंटो के बीच केमिकल रिएक्शन कर पॉलीथिन का निर्माण किया गया। इसकी खासियत है कि स्टार्च आलू से निकला होने के कारण यह हानिकारक नहीं होता। इसे बैक्टीरिया और फंगस आसानी से खा लेता है। साथ ही रंग के लिए केमिकल के बजाए फूलों का उपयोग किया गया है। गाय भी इसे आसानी से खा सकती है।