अन्य दो को नोटिस
भूमि पर तीन साल में नहीं लगा सके उद्योग
35 इकाइयां शुरू
आइटी क्षेत्र की मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों की स्थापना आईटी पार्क और मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में होनी है। निवेशकों को भूखंड का आवंटन किया गया है। 35 निवेशकों ने इकाइयां शुरू कर ली हैं। कुछ इकाइयों का निर्माण कर रहे हैं। कई लोगों ने बिल्डिंग परमीशन के लिए आवेदन तक नहीं किया है। उनका आवंटन निरस्त कर दिया गया है।
तीन साल का समय
औद्योगिक भूखंडों के मामले में जिस दिन रजिस्ट्री होती है, उस तारीख से तीन साल के भीतर इकाई की स्थापना से लेकर उत्पादन शुरू करना जरूरी होता है। इकाईधारकों ने लीज रेंट तक नहीं चुकाया है। यह सभी भूखंडधारी स्थानीय हैं। इन्हें 5-5 हजार वर्गफीट के भूखंड आवंटित कराए थे। सूत्रों ने बताया कि अभी आठ भूखंड पर भी कार्रवाई हो सकती है। उनमें कुछ को नोटिस भेजा गया है। कुछ ऐसे निवेशक भी हैं जिन्होंने 20 से 25 हजार वर्गफीट के भूखंड लिए हैं लेकिन निर्माण कम पर किया है। वे भी निशाने पर हैं। आईटी पार्क में अभी 35 इकाइयों में उत्पादन चल रहा है। वहीं 54 निर्माणाधीन हैं। टेक्नोपार्क बिल्डिंग में 12 कंपनियां कारोबार कर रही हैं।
ठीक से नहीं हो पाती मॉनीटरिंग
आईटी पार्क और इलेकट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की देखरेख और कार्यों की मॉनिटरिंग अभी सीधे भोपाल से हो रही है। स्थानीय स्तर पर कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं रखा गया है। बीच में मैनेजर के तौर पर राजेंद्र राय की नियुक्ति की गई थी लेकिन अब वह भी काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में यदि निवेशकों की कोई समस्या हो तो उसे सुनने वाला यहां कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं है।
नए निवेशकों को देंगे
निवेशकों को भूखंड के आवंटन के बाद काफी समय औद्योगिक गतिविधियों को शुरू करने के लिए मिलता है। जो इसमें रुचि नहीं दिखा रहे थे, उनके भूखंडों को निरस्त किया गया है। खाली भूखंडों को नए निवेशकों आवंटित किया जाएगा।
– अभिजीत अग्रवाल, मैनेजिंग डायरेक्टर, एमपीएसईडीसी