बताया जा रहा है कि पुलिस ने एक फार्म हाउस में छापा मार कर नकली उर्वरक बनाने और बेचने के खेल का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में तीन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। आरोप है कि ये सभी नकली उर्वरक के पांच-पांच किलो के पैकेट बनाते रहे। मौके से पुलिस को 115 बोली नकली उर्वरक और पांच-पांच किलो के खाली पैकेट मिले हैं। सभी सामान जब्त कर लिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक ये नकली उर्वरक गुजरात की नामी कंपनी के नाम पर तैयार किए जा रहे थे। पैक उर्वरक के भीतर चूने जैसा पाउडर मिला बताया जा रहा है। सिहोरा एसडीएम आशीष पांडेय बताते हैं कि मुखबिर से मिली सूचना पर पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ा है। मुखबिर ने बताया था कि गौरहा भिटौनी स्थित हेलन डिसूजा के फार्म हाउस में नकली खाद बनाकर पैकेजिंग की जा रही है। इस सूचना पर उन्होंने मझौली पुलिस, एसडीओ कृषि मनीषा पटेल, नायब तहसीलदार रूबी खान और नायब तहसीलदार राहुल मेश्राम के साथ मौके पर दबिश दी।
यहां यह भी बताया जा रहा है कि नकली उर्वरक बनाने वाला गिरोह तैयार माल को कहीं अन्यत्र भेजने की तैयारी में था। पुलिस ने जब दबिश दी तो पाया कि फार्म हाउस में बने टीन शेड वाले कमरे में 115 सफेद बोरी में भरकर 5 हजार 750 किलो नकली खाद, तराजू, बांट, सिलाई मशीन और नकली खाद बनाने में प्रयुक्त रासायनिक पदार्थ पड़े हैं। पुलिस ने सब कुछ जब्त कर लिया। नकली उर्वरक और उसे तैयार करने के काम आने वाले सारे सामान जब्त करने के बाद फार्म हाउस में बने कमरे को सील कर दिया गया है। पुलिस ने मौके से बड़ोदरा, गुजरात की उत्तम श्रीराम क्रॉप साल्यूशन कंपनी के 5-5 किलो के भरे और खाली पैकेट भी जब्त बरामद किए हैं जिने जब्त कर लिया गया है।
बताया गया है कि आरोपी कोई लाइसेंस या अन्य दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। आरोपी रात में इस खाद को यहां से हटाने वाले थे। फार्म हाउस का कमरा सील कर दिया गया है। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। शुक्रवार को दोनों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। इसके बाद आरोपियों से पूछताछ में प्रकरण स्पष्ट हो पाएगा।
पुलिस की कार्रवाई के बाद कृषि विभाग ने फार्म हाउस के मालिक जेसन डिसूजा, मास्टरमाइंट विद्याचरण लोधी सहित तीन के खिलाफ मझौली थाने में नकली खाद बनाने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है। हालांकि एक आरोपी अभी शहर से बाहर यानी ग्वालियर में है, पुलिस अब उसे भी गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
ऐसे तैयार किया जा रहा था नकली उर्वरक प्रशासन ने मौके से जो पांच-पांच किलो के खाली और पैक पैकेट जब्त किए हैं, जिन पर जिंक सल्फर लिखा हुआ है। दोनों का अनुपात 33:15 का दर्शाया गया है। हर पैकेट पर कीमत 650 रुपए दर्शाई गई है, जबकि मौके पर पहुंची खाद्य विभाग की एसडीओ मनीषा पटेल और अन्य कृषि अधिकारियों ने जांच में पाया कि बोरियों में जिंक सल्फर जैसा कुछ नहीं था। बोरिया में चूने जैसा पाउडर मिला है। यह चूना है या इसमें कुछ और मिलावट है, इसकी जांच के लिए कृषि विभाग ने सैँपल लिए हैं।