यह है स्थिति
10 एकड़ भूमि को कचरा मुक्त कराया
1.86 लाख टन कचरे का बायो रिमेडियेशन
1.50 लाख टन कचरा अभी भी डम्प है 7 एकड़ में
17 एकड़ में 4 दशक से ज्यादा समय से डम्प था कचरा
स्पोर्ट्स का बड़ा सेंटर है रानीताल
दशकों पहले रानी दुर्गावती के बनवाए रानीताल के बड़े हिस्से को पूर कर खेल मैदान विकसित करने का निर्णय लिया गया था। यहां इनडोर स्टेडियम, हॉकी का एस्ट्रोटर्फ, मलखम्भ का ट्रेक, बैडमिंटन कोर्ट, वेलोड्रम का निर्माण किया गया। इसी तरह से क्रिकेट स्टेडियम भी बनाया गया, लेकिन ये आकार में छोटा है। रानीताल शहर में खेलों का बड़ा सेंटर है। ऐसे में यहां क्रिकेट स्टेडियम के विस्तार से खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यावरण के लिए हानिकारक
लीगेसी वेस्ट यानी पुराना कूड़ा कचरा पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक होता है। इस कूड़े में कांक्रीट, पॉलीथिन, रबर, कांच, मिट्टी सब मिला हुआ होता है। लीगेसी वेस्ट प्लांट लगाकर कूड़े से कांक्रीट, पॉलीथिन व मिट्टी को अलग किया जाना चाहिए। देश के महानगरों में कचरा हटाने का काम किया जा रहा है।
खिलाड़ियों को फायदा
रानीताल स्पोर्ट्स ग्राउंड शहर के बीचोंबीच है। यहां क्रिकेट स्टेडियम का विस्तार होने पर खिलाड़ियों से लेकर दर्शकों के लिए पहुंच आसान होगी। स्टेडियम पहुंचने के लिए मुख्य मार्ग से होकर चौड़ी एप्रोच रोड भी बन सकती है। पुरवा क्षेत्र से नई एप्रोच सड़क का निर्माण किया जा सकता है।
रानीताल साइट को कचरा मुक्त बनाने की प्लानिंग की रही है। बेशकीमती जमीन को खाली कराया जाएगा। पहले दस एकड़ जमीन को लीगेसी वेस्ट से मुक्त कराया गया है।
– भूपेन्द्र सिंह, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम
रानीताल में बना क्रिकेट स्टेडियम आकार में छोटा है। दर्शक दीर्घा भी विकसित नहीं की गई है। अगर रानीताल के डम्पिंग ग्राउंड को खाली कर दिया जाए तो अच्छा क्रिकेट मैदान मिल सकता है।
– किशोर बेन, क्रिकेट कोच