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तो बरगी डैम हो जाएगा फुल
जिले में अच्ची बारिश के परिणाम स्वरूप बरगी डैम का जलस्तर 414.95 मीटर पर आ पहुंचा है। इस डैम की 422 मीटर तक जल क्षमता है। इसके बाद गेट खोलने पड़ते हैं। अभी बिजली बनाने के लिए ही पानी छोड़ा जा रहा है। विभाग का मानना है कि, अगर जिले में बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा, तो जुलाई माह के खत्म होने से पहले ही डेम के शटर खोलने पड़ेंगे।
पिछले 24 घंटों का हाल
जबलपुर में शुक्रवार को दिन में उमस रही, लेकिन शाम होते होते बारिश का सिलसिला शुरु हो गया, जो कई क्षेत्रों में सुबह तक जारी रहा। हल्की बारिश से रात में ठंडक का अहसास बना रहा। बादल और बारिश के चलते तापमान नियंत्रित है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री जा पहुंचा था।
द्रोणिका के असर से बना बारिश का सिस्टम
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार, मानसूनी ट्रफ लाइन पूर्वी उत्तर प्रदेश से झारखंड होते हुए बंगाल तक सक्रियता बनाए हुए है। झारखंड के ऊपर एक दबाव का क्षेत्रहै। इससे शहर का मौसम प्रभावित है। पंजाब और उससे लगे हरियाणा और दक्षिणी-पश्चिमी राजस्थन के ऊपर भी एक चक्रवात सक्रिय है। इसके प्रभाव से राजस्थान से मप्र, झारखंड होते हुए एक द्रोणिका बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। इसी के चलते जिले के अधिकतर इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी है।
पिछले साल के मुकाबले अब तक 6 गुना अधिक बारिश
जिले में पिछले दो सप्ताह के ग्राफ पर गौर करें, इस अवधि में 151.4 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। पिछले साल इसी अवधि में 24.7 मिमी के लगभग बारिश दर्जी हुई थी। हालांकि जिले में औसत बारिश 102.8 मिमी होती है। जबलपुर तहसील के वर्षामापी केन्द्र बरगी में 230.6 मिमी, बरेला वर्षामापी केन्द्र में 111.8 मिमी, पनागर वर्षामापी केन्द्र में 193.6 मिमी, कुण्डम वर्षामापी केन्द्र में 257.9 मिमी, पाटन में 77.8 मिमी, शहपुरा वर्षामापी केन्द्र में 80.4 मिमी, सिहोरा में 134.4 मिमी, मझौली वर्षामापी केन्द्र में 133.4 मिमी और अधारताल में 142.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
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