मौसम में बदलाव से बुजुर्ग और बच्चे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार स्वास्थ्य के लिहाज से यह सीजन हैल्दी माना जाता है। तापमान कम रहने के कारण बैक्टीरिया का फैलाव कम होता है, लेकिन कोल्ड-कफ की समस्या बढ़ जाती है। धुंध की वजह से धूल के खतरनाक कण नाक-मुंह के रास्ते प्रवेश कर जाते हैं। इससे इन्फेक्शन के साथ ही एलर्जी का खतरा रहता है। कई लोगों का ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है।
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मौसम के इस बदलाव के चलते लोगों को सर्दी, खांसी, बुखार व पेट दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिन में तेज धूप और रात में ठंड के चलते लोगों को तरह-तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में दिल के मरीजों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।
इनका रखें ध्यान
सर्दी होने पर भी बिना जांच के दवा नहीं लें, अनईजी फील करने पर चिकित्सक को दिखाएं, पीने वाला पानी ज्यादा ठंडा-गरम नहीं हो, धूप में अधिक गर्म कपड़े पहनकर नहीं निकलें, कसरत के बाद शरीर से तुरंत कपड़े नहीं हटाएं, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक, धूम्रपान से बचें, बीपी की दवा लेने में लापरवाही न करें।