इस डिफेंस एक्सपो में देश एवं विदेश के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी में आयुध निर्माणी बोर्ड के पवेलियन में जीसीएफ की तीनों तोप की ताकत का प्रदर्शन किया जाएगा। इस एक्सपो में प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री शामिल हो रहे हैं। 40 किमी तक निशाना साधने वाली शारंग तोप का लांग पू्रफ रेंज खमरिया में सफल परीक्षण किया जा चुका है। अब इसे एक्सपो में शामिल किया जा रहा है। दूसरी तरफ छह धनुष तोप के रूप में पहली खेप सेना को दी जा चुकी है।
तीनों को जीसीएफ में तैयार
तीनों तोप की अपनी विशेषताएं हैं। यह अत्याधुनिक संसाधनों से लैस हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि तीनों को जीसीएफ में तैयार किया गया है। धनुष तोप बोफोर्स का अपग्रेड वर्जन है। इसमें लगभग 90 फीसदी कलपुर्जे स्वदेशी हैं। इसलिए इसे स्वदेशी बोफोर्स भी कहा जाता है। जीसीएफ ने पिछले साल अप्रैल में छह तोप सेना को सौंपी थी। वहीं 12 तोप तैयार कर इस साल सेना को सौंपने का लक्ष्य तैयार किया गया है।
दुश्मन को चकमा देगी माउंटेड तोप
जीसीएफ में माउंटेड गन सिस्टम तैयार किया गया है। भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) की सहायता से इसे तैयार किया गया है। बीईएमएल के अत्याधुनिक ट्रक पर जीसीएफ में तैयार की गई 155 एमएम 52 कैलीबर की भारी भरकम तोप को रखा गया है। इस तोप से 40 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक गोला दागा जा सकता है। माउंटेड गन सिस्टम की अपनी विशेषताएं है। दुश्मन को चकमा देने के लिए तुरंत ही इसका स्थान बदला जा सकता है। ट्रक से इसे कुछ ही समय में दूसरी जगह तैनात कर दिया जा सकता है। इसका प्रोटोटाइप तैयार किया गया है। अब सेना से ऑर्डर का इंतजार है।
लखनऊ में हो रहे डिफेंस एक्सपो में जीसीएफ की धनुष तोप, शारंग तोप एवं माउंटेड गन सिस्टम का प्रदर्शन किया जाएगा। एक्सपो के लिए तीनों तोप को भेजा जा चुका है।
संजय श्रीवास्तव, जनसंपर्क अधिकारी, जीसीएफ