बताया जा रहा है कि हादसे में जान गवाने वाली महिला आइटीसी कंपनी में कर्मचारी थी। फिलहाल, हादसे में घायल सभी मजदूरों को इलाज के लिए मेडिकल अस्पताल में भर्ती करा दिया है, जहां देर शाम से कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है। इधर, मामले पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतक के घर वालों को 4 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है।
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आइटीसी के इस होटल का नाम वेलकम है, जिसका शुभारंभ इसी महीने होने वाला था। नागपुर मार्ग पर स्थित ये होटल बनकर लगभग तैयार हो चुका है। शनिवार को किचिन की गैस पाइप लाइन की जांच की जा रही थी। नाइट्रोजन गैस का उपयोग कर पाइप लाइन की जांच की जा रही थी, इसी दौरान पाइप लाइन से एलपीजी गैस लीक हुई। कमरे में गैस भर गई। वो किसी ज्वलनशील सामग्री के संपर्क में आई और धमाके साथ तेजी से आग फैल गई। हादसा इतना अचानक से हुआ कि चपेट में आए मजदूरों और कर्मचारियों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। गैस के कारण उनका दम भी घुटने लगा। पुलिस और फायर बिग्रेड के पहुंचने के बाद कर्मचारियों को बाहर निकालकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
हादसे में ये हुए घायल
हादसे में जान गवाने वाले युवती का नाम 22 वर्षीय जागृति भवेसर है, जो महाराष्ट्र के नासिक की रहने वाली थी। वहीं, आग की चपेट में आकर उत्तराखंड के पैडुल में रहने वाले 21 वर्षीय अभिषेक सिंह नेगी, बगलेश्वर में रहने वाले 20 वर्षीय भूपेंद्र कुमार, राजस्थान पलाई में रहने वाले 35 वर्षीय श्याम सिंह, जाधम में रहने वाले 28 वर्षीय अनिल कुमार, उत्तर प्रदेश आगरा में रहने वाले 21 वर्षीय पुनीत सिंह, कुशीनगर में रहने वाले 24 वर्षीय नित्यानंद गुप्ता, छिंदवाड़ा में रहने वाली 24 वर्षीय सोनम भवरिया और उसका भाई 22 वर्षीय सोहम भवरिया घायल हुए हैं।