चेरीताल विद्यालय की href="https://www.patrika.com/jabalpur-news/ganesh-chaturthi-2019-ganesh-ji-vaidik-mantra-and-puja-vidhi-in-hindi-5022746/" target="_blank" rel="noopener">राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका चंदा देवी स्वर्णकार की प्रेरणा से बच्चों ने यह प्रयास किया है। उन्होंने न केवल ईको फ्रेंडली भगवान गणेश की प्रतिमाएं खुद बनाई हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी यही प्रेरणा दी है। छात्रा प्रियंका केवट ने कहा कि बिना ज्यादा खर्च के ही हम अपने हाथ से बनाए हुए भगवान की पूजा करेंगे, इसमें आस्था है और रचनात्मकता भी। अंजली पटेल ने कहा कि काली मिट्टी से उन्होंने प्रतिमा बनाई है। मानसी चौधरी ने कहा कि पीली मिट्टी गोपी चंदन, पल्लवी सोनी ने काली, सफेद और पीली मिट्टी का प्रयोग किया है, तो कुछ छात्राओं ने चावल और अन्य अनाजों का उपयोग सजावट में किया है।
प्राथमिक स्तर के बच्चे भी आगे
प्राथमिक विद्यालय के बच्चों में भी भक्ति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति उत्सुकता दिखी। नन्हें बच्चों ने आकर्षक प्रतिमाएं बनायी हैं।
आरती और शपथ ली
भगवान गणेश की आरती के बाद बच्चों ने भक्ति के साथ प्रकृति के संरक्षण की शपथ ली। इस मौके पर प्राचार्य केपी श्रीवास्तव, शिक्षिका वनिता सूद, अंजना शुक्ला, आशा यादव, केएल जैन, सुरभि बघेल एवं अर्चना सिंह कांवड़े उपस्थित थीं।