खाद्य एवं आपूर्ति विभाग
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग इस व्यवस्था के लिए जरूरी तैयारियों में जुटा है। इसका फायदा उन पात्र परिवारों को मिलेगा, जो मजदूरी के कारण कई बार अपना राशन नहीं ले पाते। जिस जगह पर राशन दुकान है, वह उनके रास्ते में नहीं पड़ती या फिर घर के नजदीक नहीं होती। अब ऐसे राशन कार्डधारक किसी भी दुकान से अनाज ले सकेंगे। इस प्रणाली के तहत पात्र परिवारों के सदस्यों के आधार कार्ड को लिंक किया गया है।जैसे ही कोई राशन दुकान संचालक उसका कार्ड नम्बर या आधार कम्प्यूटर पर फीड करेगा, उसका पूरा विवरण आ जाएगा।
जिले में चार लाख परिवार
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में चार लाख राशन कार्डधारी परिवार हैं। इसमें सभी 25 प्रकार की श्रेणियों के कार्ड शामिल हैं। मौजूदा समय में जिले में पात्र परिवारों के लिए करीब तीन हजार 800 मीट्रिक टन चावल और पांच हजार 700 मीट्रिक टन गेहूं का वितरण रियायती दरों पर किया जाता है। लेकिन कई परिवार ऐसे हैं, जो हर महीने अनाज प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं। नई व्यवस्था से उन्हें सहूलियत हो सकेगी।
जारी है तैयारी
सहायक आपूर्ति नियंत्रक संजय खरे के अनुसार जिले में एक अक्टूबर से आधार इनबिल्ड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम लागू होगा। इसकी तैयारियां जिला स्तर पर की जा रही हैं। इस सिस्टम के जरिए राशन कार्डधारी किसी भी दुकान से अनाज प्राप्त कर सकेंगे।