इस बार दुर्गोत्सव में मां दुर्गा के विविध रूपों की प्रतिमाओं के दर्शन कर सकेंगे। कहीं माता का दरबार अनोखे अंदाज में सजा होगा तो कहीं राक्षसों का नरसंहार करते हुए वे नजर आएंगी। प्रतिमाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। निवाडग़ंज में शेर पर सवार मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया जा रहा है। करीब 4.5 क्विंटल वजनी इस प्रतिमा को उठाने के लिए बड़ी क्रेन की मदद ली जाएगी। मूर्ति के पीछे ब्रह्मांड की झांकी रहेगी। मूर्ति बन रहे राजू केवट ने बताया प्रतिमा बैठकी से पहले बन जाएगी। शहर में करीब 1100 प्रतिमाएं रखी जाएंगी, जिनका निर्माण अंतिम चरणों में है।
मुंडों की माला का होगा बेक ग्राउंड
उजारपुरवा में भव्य महाकाली का रूप जनता को देखने मिलेगा। इसके बेक ग्राउंड में नर मुंड होंगे। उजारपुरवा की महाकाली प्रतिमा हमेशा जनाकर्षण का केंद्र रही है। मदनमहल में स्थापना के लिए चंडी काली की करीब 11 फीट ऊंची प्रतिमा तैयार की जा रही है। प्रतिमा के पीछे की ओर रण युद्ध की झांकी तैयार की जाएगी। जिसमें महाकाली द्वारा नरसंहार करते हुए दिखाया जाएगा।
पर्यावरण का संरक्षण
गढ़ा बाजार में गोड़वाना दुर्गोत्सव समिति द्वारा कंबोडिया के मंदिर की प्रतिकृति बनायी जा रही है। यहां पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती झांकी देखने को मिलेगी। करीब 30 फीट ऊंचा मंदिर लकडिय़ों का बना होगा।
कोलकाता का मंदिर
संजीवनी नगर दुर्गोत्सव समिति द्वारा इस बार कोलकाता के दुर्गा मंदिर की प्रतिकृति बनायी जा रही है। करीब 25 फीट ऊंचा मंदिर होगा।
यूपी धूमा माता मंदिर
अंकुर दुर्गोत्सव समिति नगर निगम द्वारा इस बार उत्तरप्रदेश के धूमामती माता के भव्य मंदिर की प्रतिकृति तैयारी करवाई जा रही है। मंदिर में करीब 12 फीट ऊंची दुर्गा प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
15 फीट ऊंची काली
गढ़ा कछपुरा में महाकाली की 15 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है। लेटे हुए की स्थिति में भगवान शंकर की प्रतिमा करीब 12 फीट लम्बी होगी। प्रतिमा निर्माण कर रहे राकेश चक्रवर्ती ने बताया कि बैठकी के पूर्व प्रतिमा बन जाएगी।