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जबलपुर

धर्म के मार्ग से ही कृतार्थ होगा जीवन

धर्म प्रभावना: शिवनगर जैन मंदिर में आचार्य विशुद्ध सागर के प्रवचन, करमेता में गजरथ 13 से

जबलपुरMar 11, 2019 / 02:01 am

Sanjay Umrey

dharm sabha

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जबलपुर। अमृत तीर्थ कटंगी रोड करमेता में 13 मार्च से शुरू होने वाले गजरथ महोत्सव की तैयारियां तेजी से की जा रही हैं। वहीं आचार्य विशुद्ध सागर ससंघ संस्कारधानी के जिनालयों में धर्म प्रभावना कर रहे हैं। दिगम्बर जैन मंदिर शिव नगर में रविवार को हुए मंगल प्रवचन में आचार्य ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलकर ही जीवन को कृतार्थ कर सकते हैं।
आचार्यश्री ने संदेश दिया कि यौवन, सुंदरता कब विलीन हो जाएंगी, कुछ पता नहीं। किस मोड़ पर जीवन का अंत हो जाए कुछ निश्चित नहीं। इसलिए समझदारी इसी में है कि जीवन रहते उसे कृतार्थ कर लिया जाए। क्योंकि मनुष्य जीवन का मिलना समुद्र में पड़े रत्न के मिलने से भी अत्यंत कठिन है, फिर उत्तम कुल, समीचीन सोच, उत्तम देश और आत्मकल्याण के परिणाम होना उत्तरोत्तर सब कुछ दुर्लभ है।
आचार्यश्री ने कहा कि जीवन में कभी भयातीत नहीं होना चाहिए। जो भयातीत होता है, वही पाप कार्य करता है। भयातीत पुरुष कभी सत्य नहीं बोल सकता है। भयातीत पुरुष को क्षणभर भी शांति नहीं मिलती है। अशांति का मूल कारण भय ही है। निशंक पुरुष ही सुख का वेदन कर सकता है। निशंक-निर्भय जो होगा वही सत्य बोल सकता है।
प्रतिमाएं दर्शनार्थ रखीं
शिवनगर समाज के श्रावकों द्वारा स्थापित की जाने वाली 24 प्रतिमाएं दर्शनार्थ जिनालय में रखी गईं। इसके साथ ही यहां पर भजन-संध्या का भी आयोजन किया गया।
सोमवार 11 मार्च को प्रात:कालीन प्रवचन और आहारचर्या शिवनगर में ही होगी।
‘जैन धर्म के शास्त्र और संस्कृति हैं अनमोल धरोहर’
वहीं सिहोरा स्थित श्री पाŸवनाथ दिगम्बर पंचायती जैन मंदिर में शास्त्र सजाओ प्रतियोगिता हुई। इस दौरान शालिनी जैन ने कहा कि जैन धर्म के शास्त्र और धर्म संस्कृति के अनमोल धरोधर हैं। समाज में सभी का कत्र्तव्य है कि वह शास्त्र को सजाकर सुसज्जित करें। इस अवसर पर प्रतियोगिता में अव्वल रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए गए। समाज की वरिष्ठ आशा जैन के मुख्यातिथ्य, संगीता सिंघई की अध्यक्षता में आयोजित प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार अनीता जैन, द्वितीय शिल्पी जैन, तृतीय पुरस्कार ऊषा जैन और संध्या जैन को प्रदान किया गया। प्रतियोगिता में निर्मल चंद जैन, अरुण जैन, अरुण सिंघई, महावीर जैन, मदन जैन आदि उपस्थित थे।
पात्रों का चयन आज
खितौला बाजार बारीबहु स्टेडियम में चल रहे पंचकल्याण गजरथ महोत्सव में सोमवार को दोपहर एक बजे पात्रों का चयन होगा। आयोजन आचार्यश्री विद्यासागर के आशीर्वाद से मुनिश्री प्रसाद सागर की प्रेरणा और मुनिश्री विमल सागर, मुनिश्री अनंत सागर, मुनिश्री धर्मसागर, मुनिश्री भाव सागर के सान्निध्य में हो रहा है। मुनिश्री भाव सागर ने बताया कि विश्वशांति के लिए श्री पाŸवनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा के लिए आयोजित अद्वितीय पंच कल्याणक गजरथ महोत्सव में सोमवार को सभी मुनियों के सान्निध्य में सौधर्म इंद्र, माता-पिता, कुबेर, महायज्ञ नायक का चयन होगा। सकल जैन समाज ने सभी से शामिल होने की अपील की है।

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