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पलक ने दी अस्पताल में मिले इलाज की जानकारी
अस्पताल से बाहर निकलते ही पलक ने सबसे पहले तो अपने उन सभी प्रार्थना में जुटे परिजन और शहरवासियों का धन्यवाद किया, जो इस विपरीत परिस्थिति में उनके और उनके परिवार के सेहतमंद होने की कामना करते रहे। साथ ही, उन्होंने उनके उपचार में जुटे सभी चिकित्सकों को भगवान का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि, पहले मैं शहर की स्वास्थ व्यव्थाओं पर कोई खास यकीन नहीं करती थी, लेकिन आज मैं पूरी तरह से शॉक्ड हूं कि, इस छोटे शहर में भी स्वास्थ व्यवस्थाएं इतनी बढ़िया हैं। डॉक्टरों की सराहना करते हुए पलक ने कहा कि, शिफ्ट का हर एक डॉक्टर मेरे पल पल की गतिविधि को नोट करता था। सभी डॉक्टर इलाज के साथ साथ मुझे हर पल हिम्मत भी देते रहते थे, वो मुझे ये रियलाइज कराने की कोशिश करते थे कि, मैं सबसे स्ट्रांग हूं और मैं जल्दी ही इस छोटी सी मुसीबत से उबर जाउंगी। हालांकि, उनका ये व्यवहार अस्पताल के सभी मरीजों के लिए था और आज अगर वो इतनी जल्दी ठीक हो सकीं हैं, तो उसकी कारण उन्ही डॉक्टरों के इलाज के साथ दी गई हिम्मत के कारण संभव है।
पलक की लोगों से अपील
करीब 14-15 उपचार में रहकर आईं पलक अग्रवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, इस संक्रमण से जरा भी डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, मैं खुद इस संक्रमण को अपने ऊपर झेल चुकी हूं, तो मुझे इसे हराने का तरीका भी पता चल गया है। कोरोना संक्रमण का शिकार हुए लोगों से कहा कि, इस महामारी से लड़ने का सूसे बड़ा हथियार है कि, आप हौसला बनाए रखें, खुद को हिम्मत देना इस संक्रमण के खिलाफ सबसे बड़ी जीत है। जब हम अपने अंदर तय कर लेते हैं कि, हम ठीक होंगें ही, तो खुद ब खुद ये संक्रमण हमसे हारने लगता है। उन्होंने कहा कि, शुरुआत में वो काफी मायूस रहीं कि, वो कोरोना संक्रमित हो गई। हालांकि, इस मा.ूसी को दूर करके एक कांफिडेंस भरने का काम किया अस्पताल के डॉक्टरों ने। उनके इलाज और केयर को देखकर मुझमें ये कॉन्फिडेंस पूरी तरह आ चुका था कि, मुझे तो ठीक होना ही है। बस इसी हिम्मत ने मुझे जल्दी स्वस्थ होने में मदद की।
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अब तक शहर के हालात
आपको बता दें कि, सराफा व्यापारी मुकेश अग्रवाल समेत उनकी पत्नी और बेटी शहर के सबसे पहले कोरोना संक्रमितों में से एक हैं। इसके अलावा, मुकेश अग्रवाल के यहां काम करने वाले अन्य पांच कर्मचारी भी उन्हीं के संपर्क में आकर कोरोना पॉजिटिव हुए थे। खुशी की बात ये है कि, अब तक इन आठ में से पांच लोग संक्रमण से पूरी तरह ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं। फिलहाल, शहर में कुल मरीजों की संख्या 9 है, जिनमें से 5 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और अन्य 4 की हालत भी स्थिर है। उम्मीद है कि, वो भी जल्द ही ठीक होकर उनके घर लौट जाएंगे।