डिलीवरी के लिए लगाए अस्पतालों के चक्कर
बताया जा रहा है कि डिलीवरी से पहले महिला को शहर के कई अस्पतालों में भटकना पड़ा। आखिरकार डॉक्टरों ने पीपीई किट पहनकर महिला की डिलीवरी कराई। शहर में रहने वाली मंगला पटेल की रविवार को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। उनका डिलीवरी का समय भी पूरा हो चुका था। जिसके चलते उन्हें लेबर होने लगा। परिवार के लोग मंगला को अस्पताल लेकर भागे, लेकिन इन दिनों सभी अस्पतालों में बेड फुल चलरहे थे, जिसके चलते उन्हें कहीं पर भी बेड नहीं मिला।
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इन लोगों ने की मदद
वहीं शहर में इन खराब हालातों में आशीष व्यास अपने 14 मित्रों के साथ परेशान लोगों की मदद कर रहे हैं। उनके मित्र मोहित ने कॉल कर बताया कि उसकी बहन प्रेग्नेंट है। वह कोविड संक्रमित है। ऐसे में डिलीवरी के लिए अस्पताल तैयार नहीं हो रहे हैं। कई सारे अस्पतालों में देख लिया लेकिन कहीं पर भी बेड नहीं मिल रहा। इसके बाद आशीष व्यास ने नगर निगम की सहायक आयुक्त एकता अग्रवाल से बात कर मदद मांगी।
पीपीई किट पहनकर कराई डिलीवरी
नगर निगम की सहायक आयुक्त एकता अग्रवाल की पहल पर मेडिकल अस्पताल में डिलीवरी के लिए बात हुई। वहां महिला चिकित्सक और नर्सों ने पीपीई किट पहन कर महिला मंगला पटेल की डिलीवरी कराई। नॉर्मल डिलीवरी के बाद महिला और बच्चा ठीक हैं। डिलीवरी के बाद जब बच्चे की जांच कराई गई तो, बच्चे में कोरोना के संक्रमण नहीं मिले।