पुलिस ने बताया कि घटनास्थल की जांच एफएसएल और बीडीएस टीम ने की थी। हादसे में जान गंवाने वाली अनीता (40) का शव छत-विक्षत मिला था। पीएम में बारूद के विस्फोट से मौत की पुष्टि हुई है। मौके से कुछ सैम्पल भी लिए गए हैं, जिनकी एफएसएल से जांच कराई जा रही है। अनीता के पति पुरुषोत्तम ने बयान में कहा था कि दोपहर डेढ़ बजे खाना बनाते समय सिलेंडर फटने से हादसा हआ था। घटनास्थल पर रेग्युलेटर से लगा हुआ चूल्हा मिला, जबकि सिलेंडर में विस्फोट होता तो रेग्युलेटर से चूल्हा अलग हो जाता।
जांच में ये भी मिला
विवेचना के दौरान पता चला कि पुरुषोत्तम अपनी मां सियाबाई के नाम पर लाइसेंस लेकर पटाखे बनाता है, जो 31 मार्च 2019 को समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद वह पटाखे बना रहा था। पुरुषोत्तम और उसकी मां वर्ष 1995 से व्यवसाय कर रहे हैं। घर में बने रस्सी बम, खाली खोखे के अवशेष भी मिले हैं। वहां ब्लास्ट होने पर बर्तन के जो टुकड़े जब्त किए गए, वो पहचान में नहीं आ रहे हैं। हादसे में सियाबाई, प्रभा (35) व बबीता झुलस गईं हैं। 65 वर्षीय सियाबाई अब भी मेडिकल में भर्ती हैं।