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प्रशासन जो बता रहा वो सच्चाई नहीं- विश्नोई
बीजेपी विधायक अजय विश्नोई शनिवार को आपदा प्रबंधन समिति के साथ हुई सीएम शिवराज सिंह चौहान की वर्चुएल कॉन्फ्रेंसिंग में मौजूद थे। इसी दौरान विश्नोई ने कहा कि प्रशासन अपना एक अलग मीटर लेकर चल रहा है और उसे ही सच मान रहा है। जबकि वो सच नहीं है। विश्नोई ने कहा कि कोरोना की आरटीपीसीआर (RTPCR) की जो जांच होती है उसके आंकड़े प्रशासन देता है लेकिन मरीज औ प्राइवेट अस्पातल आरटीपीसीआर (RTPCR) रिपोर्ट का इंतजार नहीं करते हैं। वो रैपिड टेस्ट कराते हैं और उसकी रिपोर्ट के अनुसार ही अपना इलाज शुरु करा लेते हैं। रैपिड टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने पर ब्लड टेस्ट मरीज और हॉस्पिटल की ओर से कराया जाता है और फिर सीटी स्कैन कराता है। इसके बाद इलाज शुरु हो जाता है। यही कारण है कि प्राइवेट अस्पतालों में मरीज खचाखच भरे हुए हैं और उनकी गिनती सरकारी आंकड़ों से गायब है।
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‘मौत के सही आंकड़े बताए प्रशासन, लोगों में रहेगा डर’
अजय विश्नोई ने प्रशासन की तरफ से जारी किए जा रहे कोरोना मरीजों की मौत के आंकड़ों को लेकर भी सवाल उठाए। विश्नोई ने कहा कि प्रशासन मौत के जो आंकड़े बता रहा है वो वास्तव में हुई मौतों से काफी कम है। उन्होंने आगे कहा कि जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट पर शुक्रवार को 14 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ जबकि प्रशासन दो मौत होने की बात कह रहा है। विश्नोई ने सलाह देते हुए कहा कि प्रशासन को कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ों को सही सही लोगों को बताना चाहिए। एक तो इससे विवाद नहीं होगा और दूसरा लोगों में भय फैलेगा और लोग सतर्क व सावधान रहेंगे। विश्नोई ने खुद के विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण देते हुए कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र मझौली में एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो चुकी है और उसके बाद से ही इलाके के लोगों ने मास्क पहनना शुरु कर दिया है।
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