पिछले दिनों स्कूल संचालकों पर एक्शन लेकर सुर्खियों में आए
जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना अब फर्जी डॉक्टरों पर एक्शन के मूड में हैं। कलेक्टर की यह टीम गांव, कस्बे और शहर की गलियों में मौजूद फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। कलेक्टर ने टीम बनाने को लेकर अपने आदेश में कहा कि “जिन डॉक्टरों का रजिस्ट्रेशन नहीं है उनका रजिस्ट्रेशन कराया जाए और जो पूरी तरह फर्जी हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। कलेक्टर ने इस काम की रिपोर्ट भी हर माह देने को कहा है। प्रदेश सरकार ने जुलाई माह में फ़र्ज़ी डॉक्टर्स को पकड़ने और उन पर कार्रवाई करने के निर्देश सभी कलेक्टरों को दिए थे।
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फ़र्ज़ी और झोलाछाप डॉक्टर्स की परेशानी से निजात पाने के लिए प्रदेश सरकार ने जुलाई में ही सभी जिला अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दे दिया था। जिसमें कहा गया था कि प्रदेश में अपात्र व्यक्तियों/झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा अनैतिक चिकित्सकीय व्यवसाय को नियंत्रित करने के लिए सभी जिलों में मौजूद अमानक क्लीनिक्स और अस्पतालों को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए। साथ ही जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कहा गया है। शासन के आदेश पर जबलपुर में अब कार्रवाई शुरू हो रही है।