633 बिंदुओं पर जांच-
लक्ष्य कार्यक्रम में राज्य स्तरीय मूल्यांकन में 70 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले सरकारी अस्पतालों की जांच की जाती है। लक्ष्य के तहत ओटी एवं लेबर रुम का आंतरिक मूल्यांकन होता है। प्रसूताओं के लिए मुहैया अन्य सुविधाओं को जांचा जाता है। इसमें लेबर रुम की 333 बिंदुओं एवं ओटी की व्यवस्थाओं को 300 बिंदु पर परखा जाता है। प्रत्येक बिंदु पर 2 अंक प्राप्त होते है। जांच के लिए 11 एवं 12 फरवरी को उत्तर प्रदेश और गुजरात के सरकारी अस्पताल से दो विशेषज्ञ चिकित्सक आए थे।
पांच लाख रुपए प्रति वर्ष अनुदान-
लक्ष्य योजना के तहत 70 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ प्रमाणिकरण प्राप्त करने वाले सरकारी अस्पतालों को तीन श्रेणी में प्रोत्साहन राशि बतौर अनुदान दी जाती है। इसमें 90 प्रतिशत से अधिक अंक पर पांच-पांच लाख रुपए राशि का प्रावधान है। 80 प्रतिशत से अधिक और 90 से कम होने पर 3 लाख रुपए। यह राशि ओटी एवं लेबर रुम की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर खर्च कर सकते है।
लक्ष्य अभियान में प्रदेश के टॉप फाइव जिले-
1. सतना : 96
2. शिवपुरी : 93
3. जबलपुर : 91
4. रतलाम : 85
5. शहडोल : 80
(नोट: अंक प्रतिशत में )