रफी के टॉप गाने
– ऐ फूलों की रानी, बहारों की मलिका
– ऐ नर्गिस-ए-मस्ताना, बस इतनी शिकायत हैं
– आज कल में ढल गया, दिन हुआ तमाम
– आज की रात मेरे दिल की सलामी ले ले
– आज मौसम बडा बेईमान हैं
– आज पूरानी राहों से, कोई मुझे आवाज ना दे
– आंचल में सजा लेना कलियाँ
– आने से उस के आए बहार
– आप के हसीन रुख पे आज नया नूर हैं
– आप के पहलू में आ कर रो दिए
– अब क्या मिसाल दूँ मैं तुम्हारे शबाब की
– अगर बेवफा तुझको पहचान जाते
– ऐसे तो ना देखो के हम को नशा हो जाए
– अकेला हूँ मैं इस दुनियाँ में
– अकेले हैं चले आओ जहा हो
तैयार हैं कई गानों का कलेक्शन
शहर के गायक दुर्गेश ब्योहार पिछले कई वर्षों से संगीत से जुडे़ हैं। मो. रफी के तकरीबन दो हजार गानों का कलेक्शन उनके पास तैयार है। वे बताते हैं कि वे संस्कारधानी में अभी तक रफी के तकरीबन 25 कार्यक्रम कर चुके हैं। मंगलवार को भी शहर उन्हें स्वरांजलि दी जाएगी, जिसके लिए गानों का कलेक्शन तैयार कर लिया है।
हर महीने करते हैं रफी को याद
मोहम्मद रफी की जयंती या केवल पुण्यतिथि ही नहीं, बल्कि हर महीने शहर में विविध संगीत आयोजन होते हैं, जिनमें उन्हें याद किया जाता है। हर महीने सदाबहार गीतों की शाम रखी जाती है, जिनमें सबसे ज्यादा मो. रफी के गानों की फरमाइश होती है। रानी दुर्गावती संग्रहालय की कलावीथिका रफी के गानों से अक्सर गवाह बनती है।
शहर में कार्यक्रम आज
– सरगम ऑर्केस्ट्रा के कलाकार राजेश पिल्लै एवं उनकी टीम मंगलवार को रफी के तराने कार्यक्रम का आयोजन कर रही है। कार्यक्रम मानस भवन में शाम छह बजे से होगा। दिलीप कोरी रफी के गीतों की प्रस्तुति देंगे।
– एक शाम मो. रफी के नाम कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया जा रहा है। कार्यक्रम सांई संगीत स्वरांजलि ग्रुप द्वारा बड़ा पत्थर रांझी में होगा।
– सुर ताल रफी श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को शाम ४ बजे संगीत सदन में होगा।