बिहार में मुंगेर पुलिस की गिरफ्त में आए हथियार तस्कर शमशेर ने जो जानकारियां दीं, उससे सुरक्षा एजेंसियां भी दंग रह गई हैं। वर्ष-2016 में ढाका स्थित हॉली ऑर्टिसन बेकरी कैफे में हमला करने के लिए आतंकियों ने मुंगेर से ही एके-47 रायफल हासिल किए थे। उस दौरान बांग्लादेश की सुरक्षा एजेंसी की पहल पर राष्ट्रीय अनुसंधान ब्यूरो (एनआईए) की टीम मुंगेर पहुंची थी, लेकिन तब उनके हाथ कोई भी सुराग नहीं लगा था। हथियार तस्करी नेटवर्क में सामने आए 26 चेहरों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। जबलपुर क्राइम ब्रांच की टीम भी 15 सितम्बर को मुंगेर पुलिस की गिरफ्त में आए इमरान, उसके बहनोइ शमशेर और नियाजुल हसन सहित कई लोगों से पूछताछ करने जाएगी।
इधर, रेलवे ने उपलब्ध कराया पुरुषोत्तम का आरक्षण आवेदन पत्र: पश्चिम मध्य रेलवे ने बुधवार को जबलपुर क्राइम ब्रांच को सीओडी से रिटायर्ड आर्मरर पुरुषोत्तम और उसकी पत्नी चंद्रवती द्वारा 28-29 अगस्त की मध्य रात्रि कटनी से मुंगेर तक की यात्रा सम्बंधी आरक्षण पत्र उपलब्ध करा दिया है। क्राइम ब्रांच इस आरक्षण पत्र को हैंडराइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराएगी।
आठ लोगों की तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच: एएसपी क्राइम शिवेश सिंह बघेल ने बताया, सीओडी में सीनियर स्टोर मैनेजर जयप्रकाश नगर निवासी सुरेश ठाकुर के कार्यालय से जब्त डायरी में सामने आए आठ लोगों की तलाश की जा रही है। बुधवार को इनके बैंक खातों का विवरण उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न बैंकों को पत्र लिखा गया। 14 सितम्बर को सुरेश, रिटायर्ड आर्मरर पुरुषोत्तम और उसके बेटे शीलेंद्र की रिमांड समाप्त हो रही है। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम मुंगेर जाएगी।
ये है मामला : सीओडी से वर्ष 2012 से एके-47 रायफल पाट्र्स मुंगेर निवासी नियाजुल हसन, शमशेर और इमरान को बेचा जा रहा था। 29 अगस्त को मुंगेर में तीन एके-47 रायफल के साथ इमरान की गिरफ्तारी से इसका भंडाफोड़ हुआ। इसके बाद जबलपुर पुलिस ने चार सितम्बर को 2008 में सेवानिवृत्त हुए आर्मरर पुरुषोत्तम, उसकी पत्नी चंद्रवती, बेटा शीलेंद्र और सीओडी से एके-47 रायफल चुराने वाले सुरेश को दबोचा था। पुरुषोत्तम पंचशील नगर अपने घर में एके-47 रायफल तैयार कर पत्नी के साथ मुंगेर सप्लाई करने जाता था।