गुलौआ में शुरू हुआ दो दिवसीय मड़ई मेला, अहीर नृत्य-दिवारी के साथ दिखी संस्कृति
मित्रमंडल के पार्षद संजय राठौड़ ने बताया, संस्कारधानी में गुलौआ मंदिर से ही मड़ई मेले की शुरुआत होती है। उसके बाद त्रिपुरी चौक और देवताल में मड़ई मेला लगाया जाएगा। बुजुर्ग राम स्वरूप गुप्ता ने बताया, शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के दुकानदारों को बिना शुल्क के सुविधाएं दी जाती हैं। दुकानदारों की दूसरी पीढ़ी भी यहां आई है। मेले में शेलू ठाकुर, राजू ठाकुर, लकी ठाकुर, अरुण जैन, आशीष भट्ट ने लोगों की सुविधाओं पर ध्यान दिया।
कला ने मोहा मन
मड़ई मेला में बच्चों ने झूलों का आनंद लिया। विभिन्न क्षेत्रों से आए कलाकारों ने कला के हुनर की शानदार प्रस्तुति दी। मिट्टी की कलाकृतियां सबसे आकर्षक हैं। कपड़े, बर्तन, सौंदर्य प्रसाद, गृहस्थी आदि के सामानों पर लोगों ने खरीदारी की। 100 रुपए किलो मिठाई बिकी तो चाट फुल्की और समोसे के स्टॉलों पर लोगों की भीड़ लगी रही। रात 10 बजे के बाद मेले में भीड़ बढऩे लगी और रात 12 बजे माता चंडी की परिक्रमा होती रही। लोगों ने खरीदारी की और सेल्फी ग्रुफी लेकर यादें संजोई।
यहां लगेंगे मेले
बुधवार- गुलौआ चौक
गुरुवार – त्रिपुरी चौक
शुक्रवार- देवताल