जबलपुर

Admission मेडिकल यूनिवर्सिटी से छिनी नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों की पढ़ाई, अब रादुविवि के होगी अधीन

Admission मेडिकल यूनिवर्सिटी से छिनी नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों की पढ़ाई, अब रादुविवि के होगी अधीन

जबलपुरJun 06, 2024 / 12:37 pm

Lalit kostha

#MedicalCollege

जबलपुर. नर्सिंग कॉलेजों को लेकर लगातार सामने आ रही अनियमितताएं एवं फर्जीवाडे की घटनाओं के बाद मेडिकल यूनिवर्सिटी द्वारा नर्सिंग एवं पैरा मेडिकल कॉलेजों के एफिलेशन देने की प्रक्रिया अब रानी दुर्गावती विश्वयविद्यालय के अधीन होगी। इन पाठयक्रमों की परीक्षाएं भी रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय कराएगा। इस निर्णय के बाद रादुविवि प्रशासन भी हरकत में आ गया है। एफिलेशन की प्रक्रिया के लिए विश्वविद्यालय द्वारा कमेटी गठित करने की तैयारी की जा रही है। साथ ही विश्वविद्यालय से ऐसे कॉलेजों और उनमें संचालित पाठयक्रमों और छात्रों की जानकारी मेडिकल यूनिवर्सिटी से मांगी जा रही है।
नर्सिंग कॉलेजों में फर्जीवाड़ा को लेकर बदली व्यवस्था
एफीलिएशन से लेकर एग्जाम कराएगा रादुविवि

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आधा सैकड़ा से अधिक कॉलेज दायरे में

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के अंतर्गत आधा सैकड़ा नसिँग और पैरा मेडिकल कॉलेज भी आएंगे। जबलपुर के अलावा मंडला, डिंडोरी, नरसिंहपुर,कटनी जिलों में संचालित इन कॉलेजों की परीक्षा की जिम्मेदारी विवि की होगी। अभी तक विश्वविद्यालय अपने पारंपरिक पाठयक्रमों के संचालन एवं उनकी परीक्षाएं कराते आ रहा था। अब पैरामेडिकल के पाठयक्रमों की भी विवि के कंधों पर जवाबदारी होगी।
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नियमों में एकरूपता को लेकर तैयारी

इस निर्णय के बाद रादुविवि द्वारा एफिलेशन नियमों में एकरूपता बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए प्रदेश शासन के साथ, नर्सिंग काउंसिल, पैरामेडिकल काउंसिल के नियम एवं विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित किए गए मापदंडों की जानकारी जुटाई जा रही है। नर्सिंग एवं पैरामेडिकल से जुड़े जिले में दो दर्जन कॉलेज हैं। फिलहाल नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कोर्सेज संचालित करने वाले कॉलेजों में शैक्षणिक छात्र 2024-25 में नवीन प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, जब तक की संबंधित कॉलेज द्वारा मप्र अधिनियम- 1973 के अंतर्गत स्थापित शासकीय विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त नहीं हो जाती।
नर्सिंग, पैरामेडिकल कॉलेजों के एफिलेशन की प्रक्रिया रादुविवि द्वारा की जाएगी। इन पाठयक्रमों के छात्रों की परीक्षाएं भी विश्वविद्यालय लेगा। उच्च शिक्षा विभाग के निर्णय के अनुसार हमने तैयारी शुरू कर दी है। जल्द एकेडमिक काउंसिल की बैठक बुलाकर इस संबंध में रूपरेखा तय की जाएगी, जिससे नियमों में एकरूपता बनी रहे।
डॉ. दीपेश मिश्रा, कुलसचिव रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय

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