52 caliber mounted Dhanush तोप होगी हाइटेक तकनीक से लैस
जबलपुर . शहर की गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) में माउंटेड धनुष तोप 155 एमएम 52 कैलीबर में अत्याधुनिक फीचर शामिल किए जाएंगे। 40 किलोमीटर की दूरी तक गोला दागने वाली यह तोप तमाम विकट हालात में काम करेगी। चाहे माइनस डिग्री में तापमान हो या तेज तेज गर्मी और बारिश। इसके प्रोटोटाइप का डिजाइन फाइनल स्टेज पर आ गया है।
रक्षा कंपनी के सीएमडी का जीसीएफ दौरा रक्षा मंत्रालय के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की प्रगति देखने के लिए रक्षा कंपनी एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड के सीएमडी राजेश चौधरी जीसीएफ आए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस तोप में किसी प्रकार की कमी नहीं रहे। हमें दूसरी निजी कंपनियों से आगे रहना है। इस तोप को जीसीएफ निजी क्षेत्र की कंपनी एलएंडटी के साथ मिलकर तैयार कर रही है। दोनों संस्थानों के विशेषज्ञ इसका प्रोटोटाइप तैयार कर रहे हैं। ज्ञात हो कि ऐसी ही तोप का निर्माण निजी क्षेत्र की दूसरी रक्षा कंपनियां कर रही हैं। सेना की ओर से निकाली गई आरएफपी में जीसीएफ के साथ यह कंपनियां भी भागीदारी कर रही हैं।
माउंटेड तोप में अत्याधुनिक फीचर रखे जाएंगे। सूत्रों का कहना है कि अभी तक एमुनेशन को मैनुअल लोड किया जाता है लेकिन इसमें स्वचलित प्रणाली इस्तेमाल होगी। इसके लिए कन्वेयर लगाया जाएगा। दिन और रात में इस्तेमाल के लिए डिवाइस लगाई जा रही है। पूरी तरह कम्प्युटराइज्ड यह अब सिक्स बाय सिक्स वीकल पर माउंट की जाएगी। कुछ ऐसे साफ्टवेयर भी अपलोड किए जाएंगे जिससे एक समय में ज्यादा संख्या में एमुनेशन की फायरिंग हो सके।
सारंग तोप की संख्या ज्यादा इस बार जीसीएफ में बड़ी संख्या में सारंग तोप तैयार की जाएंगी। सेना ने 60 सारंग तोप का ऑर्डर दिया है। उसमें से 30 से 35 को सालभर में तैयार करने की योजना बनाई गई है। सीएमडी चौधरी ने अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि जो भी उत्पादन लक्ष्य फैक्ट्री को मिला है, उसे समय पर तैयार करना जरूरी है। हर महीने का लक्ष्य बनाया जाए। उसी नीति पर काम किया जाए। सीएमडी ने इस दौरान अलग-अलग अनुभागों का निरीक्षण किया। इस मौके पर प्रभारी कार्यकारी निदेशक राजीव गुप्ता के अलावा महाप्रबंधक व अन्य अधिकारी मौजूद थे।