SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार ( SBI Chairman Rajneesh Kumar ) का कहना है कि इस कहीं से भी काम करने की रणनीति से 1,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। बैंक फिलहाल इसके लिए बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर ( Infrastructure ) तैयार कर रहा है।
रजनीश कुमार ने बैंक की 65वीं वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं। इस बारे में आगे बात करते हुए कुमार ने कहा कि बैंक का पूरा फोकस लागत कम करने, कर्मचारियों की संख्या को युक्तिसंगत बनाने, उनके कौशल को बढ़ाने, प्रोडक्टिविटी सुधारने और प्रशासकीय कार्यालयों से निकालकर उन्हें बिक्री कार्यालयों में तैनात करने इत्यादि पर रहेगा।
बैंक की AGM के दौरान कुमार ने शेयर धारकों से भी सवाल जवाब किये । राइट्स इश्यू के सवाल पर उन्होने कहा कि बैंक में सरकार की हिस्सेदारी है ऐसे में राइट्स इश्यू ( Rights Issue ) लाने के लिए सरकार को निवेश करना पड़ेगा ताकि उसकी हिस्सेदारी पर फर्क न पड़े । इसके अलावा बैंक की आगे की योजनाओ पर बात करते हुए उन्होने कहा कि एसबीआई जल्द ही इक्विटी के जरिये 20,000 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाने के लिए मंजूरी ले सकता है।
टला नहीं है कोविड-19 ( Covid-19 ) खतरा- कोविड-19 के बारे में बात करते हुए SBI प्रमुख ने कहा कि संकट अभी भी बना हुआ है, इसलिए 2020-21 किसी भी अन्य बैंक या वित्तीय संस्थान की तरह SBI के लिए भी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। हालांकि हालात से निपटने के लिए देश के सबसे बड़े बैंक ने तैयारी कर रखी है और लोगों की मदद के लिए वो तत्पर हैं इस कठिन हालात में बैंक ने डिजीटल लोन ( Digital Loan ) देने की रफ्तार को बढ़ा दिया है।