चीन के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के इस आदेश पर विरोध जताते हुए कहा है कि, हम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गुरुवार को मैसेजिंग ऐप WeChat और वीडियो-शेयरिंग ऐप TikTok को बैन किए जाने के आदेश पर विरोध जताते हैं।
इस आदेश के बाद Tik tok भी परेशान हो गया है और अपनी सफाई देते हुए कंपनी ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए अमेरिकी प्रशासन द्वारा उचित प्रोसीजर फॉलो न करने की बात कही है। कंपनी ने बयान में कहा है कि हम लगातार एक साल तक अमेरिकी प्रशासन के साथ कोशिश कर उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए लगातार बातचीत कर रही है। लेकिन सरकार प्राइवेट बिजनेस में अपनी मर्जी चलाना चाह रही थी। यहां तक कि सरकार ने अचानक से एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पास कर दिया है।
इसके साथ ही कंपनी ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि टिकटॉक के लिए यूजर्स की निजता बेहद जरूरी है और न उन्होने कभी किया है और न आगे कभी उनका डेटा किसी के साथ शेयर करेंगे ।